स्क्रूटनी में 13 नामांकन निरस्त, अब 12 प्रत्याशी मैदान में
फोटो जीपीजी 9 --- - जिलाधिकारी ने की नामांकन पत्रों की जांच - कमियां पाई जाने पर नामांकन पत्र हुए निरस्त --- जागरण संवाददाता गाजियाबाद गाजियाबाद में पहले चरण में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मंगलवार को हुई नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी में 13 प्रत्याशियों के नामांकन निरस्त हो गए। जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी रितु माहेश्वरी ने मंगलवार को स्वयं नामांकन पत्रों की जांच की और नामांकन पत्रों में विभिन्न कमियां पाई जाने पर 13 लोगों के फार्म निरस्त कर दिए। इसके बाद फिलहाल चुनावी मैदान में 12 प्रत्याशी रह गए हैं। बुधवार को भी नामांकन पत्रों की जांच होगी इसके बाद प्रत्याशियों के और कम होने की संभावना है। बता दें कि 1
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : पहले चरण में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मंगलवार को हुई नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी में गाजियाबाद सीट के 13 प्रत्याशियों के नामांकन निरस्त हो गए। जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी रितु माहेश्वरी ने मंगलवार को स्वयं नामांकन पत्रों की जांच की और नामांकन पत्रों में विभिन्न कमियां पाई जाने पर 13 लोगों के फार्म निरस्त कर दिए। इसके बाद फिलहाल चुनावी मैदान में 12 प्रत्याशी रह गए हैं। बुधवार को भी नामांकन पत्रों की जांच होगी, इसके बाद प्रत्याशियों के और कम होने की संभावना है।
बता दें कि 18 मार्च से नामांकन प्रक्रिया शुरू की गई थी। 25 मार्च तक नामांकन प्रक्रिया के तहत 25 लोगों ने नामांकन फार्म जमा कराए थे। इसके बाद मंगलवार से नामांकन पत्रों की जांच शुरू की गई। इन पत्रों में कमियां पाई जाने पर जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी रितु माहेश्वरी ने शमशेर राणा, नत्थू सिंह, राजेश कुमार सिंह, बिजेंद्र कुमार कसाना, गीता रानी, सोनू तोमर, अजय कुमार राय, दिलशाद, धर्मेंद्र सिंह, अनिल कुमार गिरी, अशोक कुमार, मनोज व शशि नोयल का नामांकन फार्म निरस्त कर दिया। अब चुनावी मैदान में भाजपा के जनरल वीके सिंह, सपा-बसपा गठबंधन के सुरेश बंसल, कांग्रेस की डॉली शर्मा, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के सेवाराम कसाना, राकेश सूरी, अशोक कुमार भारतीय, मोहम्मद सलीम अहमद, दिव्य योग माया सरस्वती, मोहन लाल, अमित शर्मा, नागेंद्र कुमार चौधरी व सुनील नायर मैदान में बचे हैं। अभी बुधवार को भी नामांकन पत्रों की जांच होगी और बृहस्पतिवार को नाम वापसी होगी। इस दौरान भी नामांकन कम होने की संभावना जताई जा रही है। फिलहाल 12 प्रत्याशियों के मैदान में रहने से यह तय हो गया है कि मतदान के दौरान बूथों पर प्रशासन को दो इवीएम नहीं लगानी पड़ेगी।