डीएम की पहल, ग्रुप केयर टेकर और टीम कमांडर
स्कूल में मॉनिटर बनाने के पीछे उन्ही के बीच के व्यक्ति को लीडर बनाने की मंशा के साथ निगरानी होता था। ठीक उसी अंदाज में अब डीएम ने ग्रुप केयर टेकर और टीम कमांडर बनाकर नई पहल की है। कोरोना के इस दौर में दूर रहकर लोगों का हाल-चाल लेना और उनकी समस्याओं का समाधान निकालना कोई डीएम अजय शंकर पांडेय से सीखे। महामारी के बीच वे कभी कोरोना संक्रमित लोगों से मोबाइल पर सीधा संवाद करके उनका हौसला बढ़ा रहे हैं तो उनके घर पर प्लंबर तक भिजवा रहें हैं। इतना ही नहीं विदेश से आए 37 यात्रियों से रविवार को डीए
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : डीएम ने ग्रुप केयर टेकर और टीम कमांडर बनाकर नई पहल की है। कोरोना महामारी के बीच वह कोरोना संक्रमित लोगों से मोबाइल पर सीधा संवाद करके उनका हौसला बढ़ा रहे हैं।
विदेश से आए 37 यात्रियों से रविवार को डीएम ने पहले तो उनकी समस्या सुनी और फिर उनकी बात प्रशासन तक पहुंचाने का एक नायाब रास्ता निकाला। डीएम ने उन्हीं में से एक व्यक्ति को ग्रुप केयर टेकर बना दिया है। उसको सभी अफसरों के मोबाइल नंबरों की सूची उपलब्ध करवा दी गई है। ग्रुप केयर टेकर अब पल-पल की खबर पुलिस और प्रशासन को देगा। इन सभी को बजरिया के तीन होटलों में रखा गया है। इसी क्रम में रविवार को तीन हजार श्रमिकों को बसों में उनके घरों तक भिजवाने के लिए बसों का इंतजाम कराया गया। डीएम ने श्रमिकों से बात करके उनकी समस्याओं को भी जाना। प्रत्येक बस में एक टीम कमांडर नामित कर दिया गया। उसे सभी अफसरों के नंबर दिए गए है। डीएम ने कहा है कि रास्ते में कोई परेशानी हो तो जरूर बता दें। इससे पहले कोरोना मरीजों का हाल भी वे फोन के जरिए जान रहे हैं।