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श्याम पट्ट से प्रोजेक्टर पर पहुंची मदरसे की शिक्षा

हसीन शाह गाजियाबाद इस्लामिक तालीम के साथ अब मदरसों में बच्चों के हाथ में कंप्यूटर दे दिया

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Apr 2021 07:46 PM (IST)Updated: Sat, 17 Apr 2021 07:46 PM (IST)
श्याम पट्ट से प्रोजेक्टर पर पहुंची मदरसे की शिक्षा
श्याम पट्ट से प्रोजेक्टर पर पहुंची मदरसे की शिक्षा

हसीन शाह, गाजियाबाद : इस्लामिक तालीम के साथ अब मदरसों में बच्चों के हाथ में कंप्यूटर दे दिया गया है। प्रत्येक मदरसे में अब प्रोजेक्टर भी लगाए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि अल्पसंख्यक बच्चों के एक हाथ में वो कुरान देखना चाहते हैं व दूसरे में लैपटॉप। उनकी ख्वाहिश को जमीयत उलेमा-ए-हिद ने हकीकत में बदल दिया है। जमीयत की पहल पर इस्लामिक तालीम हासिल कर रहे तालिब-ए-इल्म (छात्रों) को जमीयत ओपन स्कूल के तहत एनसीईआरटी की किताबें पढ़ाने के साथ कंप्यूटर की तालीम दी जाएगी। इसके लिए जमीयत ने मदरसों में प्रवेश परीक्षा कराई है।

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पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 100 मदरसों को चयनित किया है। इनमें चार मदरसे गाजियाबाद से हैं। 10वीं पास करने के बाद बच्चों को सिविल सर्विस सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में कामयाबी की राह दिखाई जाएगी।

जिले में काफी संख्या में निजी मदरसे चल रहे हैं। कुछ में इस्लामिक तालीम के साथ विभिन्न विषयों की तालीम दी जाती है। जमीयत ने इस्लामिक तालीम के साथ आधुनिक तालीम देने की दिशा में योजना तैयार की है। इसके तहत बच्चों को जमीयत ओपन स्कूल के तहत पढ़ाया जाएगा। जो 100 मदरसे चयन किए हैं, उनमें प्रवेश परीक्षा के बाद 20-20 होनहार बच्चों को चयनित किया गया है। बच्चों को दाखिले के फार्म भरवा दिए गए हैं। अगले महीने कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। बच्चों को आधुनिक तालीम पर खर्च करने के लिए जमीयत की तरफ से 10-10 हजार रुपये का वजीफा दिया जाएगा। -----

बच्चों ऐसे दी जाएगी तालीम

बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा दी जाएगी। प्रत्येक मदरसे में प्रोजेक्टर लगाए जाएंगे। बच्चों को दसवीं कक्षा की परीक्षा दिलाने के लिए राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआइओएस) फॉर्म भरवाए जा रहे हैं। दसवीं कक्षा पास होने के बाद आगे पढ़ाई जारी रखने के लिए भी जमीयत की तरफ से मदद की जाएगी। 50 हजार बच्चों को आधुनिक तालीम देने का लक्ष्य रखा गया है। बच्चे सिविल सर्विस की तैयारी में इंटरनेट का भी सहयोग लेंगे। -----

ऑनलाइन दी जाएगी शिक्षा

बच्चों को पुणे से शिक्षक ऑनलाइन अंग्रेजी, हिदी व उर्दू माध्यम से तालीम देंगे। पुणे के एक प्राइवेट कालेज से जमीयत उलेमा-ए-हिद ने अनुबंध किया है। जिस भाषा में शिक्षा लेनी है, छात्र उस भाषा को चुन सकते हैं। शिक्षकों व मदरसे के को-ऑर्डिनेटर को प्रशिक्षण दे दिया गया है। मदरसों में कंप्यूटर शिक्षा बच्चों को मिलनी शुरू हो चुकी है। ----

गाजियाबाद से चयनित मदरसे

- कलछीना स्थित मदरसा जामिया अरेबिक इस्लामिया

- मसूरी स्थित जामिया मेहमूद-उल-मदारिस

- पसौंडा ईदगाह स्थित जामिया इमदाद-उल-उलूम

- लोनी जमालपुरा स्थित जामिया कास्मिया

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जमीयत उलेमा ए हिद की तरफ से जमीयत ओपन स्कूल की शुरुआत की गई है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश से 100 मदरसों को इसके लिए चयनित किया गया है। बच्चों को इस्लामिक तालीम के साथ आधुनिक तालीम दी जाएगी।

- मोहसिन अल्वी, परियोजना प्रभारी, जमीयत ओपन स्कूल

----- हमारे मदरसे को जमीयत ओपन स्कूल के लिए चुना गया है। मदरसे के 20 बच्चों का चयन हुआ है। बच्चों को कंप्यूटर के साथ दसवीं कक्षा की ऑनलाइन शिक्षा दी जाएगी।

- हाफिज अब्दुल वाहिद, को-आर्डिनेटर, मदरसा जामिया महमूद-उल-मदरिस, मसूरी


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