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बीमारी से छूटी नौकरी, आर्थिक तंगी ने बना दिया कातिल

इंदिरापुरम के ज्ञान खंड चार निवासी सुमित की नौकरी बीमारी के चलते छूट गई थी। पड़ोस में रहने वाली महिलाओं की मांने तो बंगलूरू में सुमित ने जांच कराई तो उन्हें डॉक्टरों ने बताया कि ब्लड कैंसर है। इंदिरापुरम में आकर उन्होंने जांच कराई तो उन्हें बताया गया कि ब्लड में इन्फेक्शन है। परिवार की रजामंदी से उन्होंने बंगलूरू की नौकरी छोड़ दी। रिश्तेदारों की मानें तो सुमित नशे के आदी हैं। हर माह करीब वह आठ हजार रुपये नशे में खर्च करते हैं। नौकरी छूटने के बाद आर्थिक तंगी आनी शुरू हो गई। आर्थिक तंगी के चलते वह मई में दूसरा कोई सस्ता फ्लैट लेने वाले थे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Apr 2019 11:37 PM (IST)Updated: Mon, 22 Apr 2019 06:19 AM (IST)
बीमारी से छूटी नौकरी, आर्थिक तंगी ने बना दिया कातिल
बीमारी से छूटी नौकरी, आर्थिक तंगी ने बना दिया कातिल

धनंजय वर्मा, साहिबाबाद (गाजियाबाद)

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इंदिरापुरम के ज्ञान खंड चार निवासी सुमित की नौकरी बीमारी के चलते छूट गई थी। पड़ोस में रहने वाली महिलाओं की मानें तो बंगलूरू में सुमित ने जांच कराई तो उन्हें ब्लड कैंसर बताया। इंदिरापुरम में आकर उन्होंने जांच कराई तो उन्हें बताया गया कि ब्लड में इन्फेक्शन है। परिवार की रजामंदी से उन्होंने बंगलूरू की नौकरी छोड़ दी। रिश्तेदारों की मानें तो सुमित नशे के आदी हैं। हर माह करीब वह आठ हजार रुपये नशे में खर्च करते हैं। नौकरी छूटने के बाद आर्थिक तंगी आनी शुरू हो गई। आर्थिक तंगी के चलते वह मई में दूसरा कोई सस्ता फ्लैट लेने वाले थे। वीडियो में कहा- पत्नी और बच्चे की हत्या की, अब आत्महत्या कर रहा हूं :

सुमित ने रविवार शाम करीब छह बजे अपने फैमिली वाट्सएप ग्रुप पर एक वीडियो डाला, जिसमें उसने कहा कि मैं अब परिवार को संभालने लायक नहीं रहा। मेरे पास नौकरी नहीं है। एक दुकानदार ने एक लाख रुपये ठग लिये हैं। वीडियो में उसने कहा कि कोल्ड ड्रिक में नींद की गोली डालकर पत्नी अंशु बाला और बेटे प्रथमेश, आरव व आकृति को मौत की नींद सुला दिया। इसके बाद धारदार हथियार से सभी की लगा रेतकर हत्या कर दी है। सभी का शव फ्लैट पर पड़ा है। मैं पोटैशियम सायनाइड खाकर जान देने जा रहा हूं। यह मेरा आखिरी वीडियो है।

यह वीडियो सुमित की बहन ने देखा। इसके बाद अंशु बाला के भाई पंकज को फोन कर बताया। वसुंधरा सेक्टर 15 निवासी पंकज ने पुलिस को सूचना दी और फ्लैट पर पहुंचे, जहां से शव बरामद हुआ। आर्थिक तंगी में दुकानदार ने ठगे एक लाख :

वीडियो में सुमित ने कहा है कि एक दुकानदार ने उनसे एक लाख रुपये ठगे हैं, जिसकी वजह से उनकी आर्थिक स्थिति और बिगड़ गई। उन्होंने वीडियो में दुकानदार का नाम भी बताया है। पुलिस उस दुकानदार की भी तलाश में जुटी है। बताया जा रहा है कि दुकानदार इंदिरापुरम का ही है। जल्द पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी।

कैसे मिली नींद की दवा :

बिना किसी डॉक्टर की लिखित राय के नींद की दवा देना प्रतिबंधित है। वीडियो में सुमित ने कहा कि उसने पत्नी और बच्चों को नींद की दवाएं देकर सुलाया। सुमित ने पोटैशियम सायनाइट जैसे खतरनाक जहर भी खरीदा है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि इतनी खतरनाक दवाएं बिना किसी डॉक्टर की राय के किस दुकानदार ने दे दी।

पत्नी की कमाई से चलता था घर :

सुमित के साले पंकज की मानें तो जनवरी में सुमित की नौकरी छूट गई थी। वह होली से पत्नी और बच्चों के साथ रह रहे थे। अंशु इंदिरापुरम स्थित मदर प्राइड प्ले स्कूल में शिक्षिका थीं। पड़ोस में रहने वाली बबीता ने बताया कि अंशु बाला घर पर बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती थीं। लेकिन कुछ माह से किसी कारण से ट्यूशन भी नहीं पढ़ा रहीं थी। अंशु की कमाई से पूरा घर चलता था।

धूमधाम से मनाया था जन्मदिन :

सुमित के जुड़वा बेटे आरव व बेटी आकृति बीती आठ अप्रैल को चार वर्ष के हो गए थे। सोसायटी में रहने वाले चंदन कुमार ने बताया कि धूमधाम से सुमित ने दोनों बच्चों का जन्मदिन मनाया था। इस दौरान उनके रिश्तेदार भी घर पर आए थे। सुमित ने जन्मदिन पर बच्चों को गिफ्ट, कपड़े और अन्य सामान भी दिलाया था। सुमित की वर्ष 2011 में अंशु बाला के साथ सादी हुई थी। जुड़वा बच्चे होने के बाद अंशु बाला के माता-पिता भी उनके साथ रहते थे। अंशू बाला के पिता वैद्यनाथ सिंह आर्मी से सेवानिवृत्त हैं। वह फिलहाल इंदिरापुरम की एक सिक्योरिटी कंपनी में सुरक्षा गार्ड की नौकरी करते हैं। एक सप्ताह पूर्व अंशु बाला के माता-पिता बिहार में एक शादी में शामिल होने के लिए गए हैं।


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