इंश्योरेंस कंपनी के ढुलमुल रवैये पर मंडलीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपा
मामलों की जांच कराने व पॉलिसी धारकों को राहत देने की मांग की।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : मेडिक्लेम इंश्योरेंस पॉलिसी होने के बावजूद कोरोना मरीजों को उसका लाभ नहीं मिल पा रहा। सरकार के कोरोना इलाज की दरें निर्धारित करने के आदेश की आड़ लेकर इंश्योरेंस कंपनियों पर मनमानी की शिकायतें मिल रही हैं। इसे लेकर पॉलिसी धारक ने इंश्योरेंस कंपनी के मंडलीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है।
अस्पताल के बिल में दवाइयों से लेकर प्रत्येक मद में इंश्योरेंस कंपनियां कटौती कर रही हैं। न्यू इंडिया इंश्योरेंस के मंडलीय कार्यालय से राजनगर निवासी गौरव त्यागी ने आठ लाख रुपये की परिवार के लिए मेडिक्लेम पॉलिसी ली। साथ ही 22 लाख का टॉपअप प्लान भी लिया। कोरोना संक्रमण के कारण इंश्योरेंस कंपनी के नेटवर्क अस्पताल मैक्स पटपड़गंज अस्पताल दिल्ली में भर्ती हुए। छुट्टी मिलने पर अस्पताल के बने सात लाख रुपये के बिल में कुल दो लाख 30 हजार रुपये ही पास किए, बाकी के रुपये पॉलिसी धारक से जमा कराने से कहा गया है। पॉलिसी धारक की ओर से आपत्ति दर्ज कराने व बीमा पॉलिसी के नियम बताने के बावजूद काफी बहस के बाद इंश्योरेंस कंपनी ने छह लाख 14 हजार 608 रुपये का बिल पास किया। इसके अलावा 54 हजार 304 रुपये का हॉस्पिटल डिस्काउंट दिया। इस पूरे मामले को लेकर पॉलिसी धारक के भाई वैभव त्यागी व परिवार के लोगों ने दि न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के प्रबंध निदेशक को संबोधित ज्ञापन मंडलीय प्रबंधक हरेंद्र शर्मा को सौंपा। साथ ही ऐसे मामलों की जांच कराने व पॉलिसी धारकों को राहत देने की मांग की।