Move to Jagran APP

पूजन सामग्री से बनेगी खाद, निगम लगा रहा प्लांट

मंदिरों की पूजन सामग्री से खाद बनाई जाएगी। नगर निगम ने साईं उपवन में पूजन सामग्री से खाद बनाने का प्लांट लगाने का कार्य शुरू कर दिया है। निगम की गाड़ियां मंदिरों से रोजाना सामग्री लेकर प्लांट तक पहुंचाएगी। लोग इस साम्रग्री को ¨हडन नदी में डाल देते थे। जिससे नदी दूषित हो जाती थी। उसे दूषित होने से बचाने के लिए यह प्रयास किया गया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Sep 2018 08:52 PM (IST)Updated: Sat, 22 Sep 2018 08:52 PM (IST)
पूजन सामग्री से बनेगी खाद, निगम लगा रहा प्लांट
पूजन सामग्री से बनेगी खाद, निगम लगा रहा प्लांट

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : मंदिरों की पूजन सामग्री से खाद बनाई जाएगी। नगर निगम ने साईं उपवन में पूजन सामग्री से खाद बनाने का प्लांट लगाने का कार्य शुरू कर दिया है। निगम की गाड़ियां मंदिरों से रोजाना सामग्री लेकर प्लांट तक पहुंचाएगी। लोग इस सामग्री को ¨हडन नदी में डाल देते थे। जिससे नदी दूषित हो जाती थी। उसे दूषित होने से बचाने के लिए यह प्रयास किया गया है।

loksabha election banner

91 मंदिर चिह्नित

नगर निगम ने शहर में 91 मंदिर चिह्नित किए हैं। जहां से रोजाना एक टन पूजन सामग्री निकलती है। त्योहारी सीजन में सामग्री की मात्रा तीन टन तक पहुंच जाती है। इसे ध्यान में रखते हुए साईं उपवन में पांच टन क्षमता का प्लांट लगाया जा रहा है। 500 वर्ग मीटर जमीन पर इसे बनाने में करीब 30 लाख रुपये लागत आ रही है। इसके अलावा प्लांट में पार्कों से निकलने वाली पत्तियों से भी खाद बनाई जा सकती है।

फोन करो, निगम उठाएगी पूजन सामग्री

नगर निगम घरों से भी पूजन सामग्री उठाने की सुविधा देगा। इसके लिए निगम के हेल्पलाइन नंबर पर फोन करना होगा। वहां से घर से पूजन सामग्री उठाने के लिए गाड़ी भेजी जाएगी। ताकि, कोई उसे नदी में न फेंक सके। निगम अधिकारी इस प्रयास को सफल बनाने के लिए लोगों को जागरूक करेंगे। आरडब्ल्यूए के सहयोग से लोगों को जागरूक किया जाएगा।

मंदिरों की पूजन सामग्री से खाद बनाने के लिए प्लांट लगना शुरू हो गया है। पांच टन क्षमता का प्लांट लगाया जा रहा है। शहर में 91 मंदिरों से रोजाना एक टन पूजन सामग्री निकलती है।

-अरुण कुमार मिश्रा, एसबीएम नोडल अधिकारी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.