एक लाख रुपये न देने पर बेटे ने ईट से कुचल दिया था वृद्धा का सिर
मसूरी थानाक्षेत्र 15 अप्रैल की रात गेहूं के खेत में मिले बुजुर्ग महिला रामरती देवी(65) के शव के मामले का पर्दाफाश कर पुलिसे हत्या के आरोप में उसके बड़े बेटे को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपित ने मां से मकान में प्लास्टर कराने को एक लाख रुपये मांगे थे। इन्कार करने पर आरोपित ने मां की हत्या करने की ठान ली और मौका मिलने पर ईंट से ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त ईंट व खून से सनी शर्ट बरामद की है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : मसूरी थानाक्षेत्र 15 अप्रैल की रात गेहूं के खेत में मिले बुजुर्ग महिला रामरती देवी(65) के शव के मामले का पर्दाफाश कर पुलिस ने हत्या के आरोप में उसके बड़े बेटे को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपित ने मां से मकान में प्लास्टर कराने को एक लाख रुपये मांगे थे। इन्कार करने पर आरोपित ने मां की हत्या करने की ठान ली और मौका मिलने पर ईंट से ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त ईंट व खून से सनी शर्ट बरामद की है।
एसपी देहात नीरज कुमार जादौन ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित भगत सिंह है, जो मसूरी के इकला गांव में रहता है। भगत सिंह ने बताया कि वह बेटी के लिए रिश्ता देख रहा है। इससे पहले उसने घर बनवाना शुरू किया था। मगर पैसे न होने के कारण मकान पर प्लास्टर का काम नहीं हो पाया। भगत के मुताबिक उसकी मां रामरती देवी के पास 4-5 लाख रुपये हैं। प्लास्टर के लिए उसने एक लाख रुपये मांगे तो मां ने इन्कार करते हुए कहा कि वह धेवती (बेटी की बेटी) की शादी में रुपये देंगी। इसके बाद से ही वह मां को जान से मारने के बारे में सोचने लगा। सोते समय किया वार
एसएचओ मसूरी ओपी सिंह ने बताया कि 15 अप्रैल को वह अपने खेत में पत्नी व बेटी के साथ गेहूं की फसल की कटाई कर रहा था। रामरती भी गेहूं काटने पहुंची थी। शाम चार बजे पत्नी व बेटी घर लौट आईं। कुछ देर बाद मां कटाई छोड़कर पास के पेड़ के नीचे सुस्ताने बैठ गई। आरोपित ने पूछताछ में बताया कि वह मां के पास पहुंचा तो वह सो रही थी। उसने तुरंत पास में पड़ी ईंट उठाई और रामरती के सिर पर कई वार किए। आरोपित ने इतनी तेज प्रहार किए थे कि ईंट के भी दो टुकड़े हो गए। इसके बाद वह मां को करीब तीन-चार मिनट तक तड़पता देखता रहा, जब तक उसने दम नहीं तोड़ दिया। इस दौरान आरोपित की शर्ट पर खून के छींटे पड़ गए। वह तुरंत घर गया और शर्ट छिपाकर अपने छोटे भाइयों प्रदीप व लखपत से कहा कि मां खेत गई थी, लेकिन लौटी नहीं।
तीनों भाइयों को दिए थे 5-5 लाख
एसपी देहात ने बताया कि भगत के पिता की मौत करीब 10 साल पहले हो गई थी। एनएच-9 पर वेवसिटी में उनकी कुछ जमीन खरीदी गई थी, जिसके मुआवजे में 28 लाख रुपये मिले थे। उसी समय रामरती ने तीनों भाइयों व उनकी इकलौती बेटी को 5-5 लाख रुपये दिए थे। बाकी रुपये उन्होंने खाते में जमा कर लिए थे। मां को तलाश करने के लिए भगत खुद ही लोगों को उसी खेत में ले गया और पुलिस को सूचना दिए बिना शव को गांव ले आया। हालांकि परिवार ने बाद में पुलिस को सूचना दी तो रात करीब आठ बजे पुलिस पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
ऐसे लगा सुराग
इंस्पेक्टर ओपी सिंह का कहना है कि शुरुआती पूछताछ में हीं शक हो गया था कि हत्या किसी करीबी ने ही की है। बाद में पता चला कि पत्नी व बेटी के लौटने के बाद खेत पर भगत व रामरती ही बचे थे। साथ ही पैसे मांगने की बात भी सामने आई। शक के आधार पर पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो भगत ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। मां की हत्या करने के बाद उसने ही मसूरी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।