पत्नी से झगड़ा कर होटल आया, तीसरे दिन लगा ली फांसी
नगर कोतवाली क्षेत्र स्थित एक होटल के कमरे में बुधवार को एक युवक ने फांसी लगा ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस के मुताबिक युवक बुलंदशहर का रहने वाला था और पत्नी से झगड़े के बाद 29 अप्रैल को होटल में आकर रुका था। फांसी लगाने से पहले उसने सुसाइड नोट लिखा और फिर परिजनों को मैसेज किया कि वह अपनी जिदगी खत्म कर रहा है। उसने रस्सी के फंदे को पंखे के कुंदे से लटकाकर फांसी लगा ली।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : नगर कोतवाली क्षेत्र स्थित एक होटल के कमरे में बुधवार को एक युवक ने फांसी लगा ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस के मुताबिक युवक बुलंदशहर का रहने वाला था और पत्नी से झगड़े के बाद 29 अप्रैल को होटल में आकर रुका था। फांसी लगाने से पहले उसने सुसाइड नोट लिखा और फिर परिजनों को मैसेज किया कि वह अपनी जिदगी खत्म कर रहा है। उसने रस्सी के फंदे को पंखे के कुंदे से लटकाकर फांसी लगा ली।
नगर कोतवाल जयकरण सिंह ने बताया कि मृतक की पहचान बुलंदशहर में स्याना के बीबीनगर निवासी नानक कुमार (32) के रूप में हुई है। वह पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार के साथ काम करता था। गाजियाबाद पहुंचे उसके पिता छोटे सिंह ने बताया कि नानक का 27 अप्रैल को पत्नी से झगड़ा हुआ था। 29 अप्रैल से वह लापता था। बुधवार सुबह करीब 10 बजे नानक ने अपने पिता, ससुर और भाई को मैसेज किया कि वह गाजियाबाद के बजरिया स्थित होटल में रुका हुआ है। यहां वह फांसी लगाकर आत्महत्या कर रहा है। उसकी बॉडी आकर ले जाओ। इस पर परिजनों ने गूगल की मदद से होटल का नंबर ढूंढ़ा, जिसमें आधा घंटा लग गया। भाई ने होटल मैनेजर को साढ़े 10 बजे फोन किया, जिसके आधार पर 100 नंबर पर सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने खिड़की तोड़ी तो अंदर नानक का शव फंदे से लटक रहा था।
परीक्षा की बात कह लिया था कमरा
नगर कोतवाल जयकरण सिंह ने बताया कि नानक 29 अप्रैल की शाम सात बजे आर्यदीप होटल में आया था। उसने परीक्षा की बात कह कमरा लिया था और एक मई की दोपहर 12 बजे उसे चेकआउट करना था। सुबह साढ़े नौ बजे वह नाश्ता करने बाहर आया था। उसने मैनेजर से चेकआउट करने के समय के बार में पूछा, जिसके बाद वह कमरे में चला गया। पांच पेज के सुसाइड नोट में माफी ही मांगी
नानक ने अपने काम की डायरी के पांच पेजों पर जिदगी के आखिरी शब्द लिखे। उसने अपने परिवार के हर व्यक्ति से माफी मांगी और लिखा कि कोई भी इसके लिए जिम्मेदार नहीं है। पत्नी से झगड़े को लेकर कुछ स्पष्ट नहीं लिखा। पत्नी के लिए लिखा कि वह दूसरी शादी कर ले और खुद को चार साल की बेटी का गुनाहगार बताया। सुसाइड नोट में लिखा है कि काम के चलते मैं हमेशा बाहर रहता हूं। बीते एक साल से बहुत ज्यादा परेशान हूं और अब इसे और नहीं झेल सकता। नगर कोतवाल का कहना है कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है। हालांकि पीएम रिपोर्ट आने पर ही इसकी पुष्टि होगी। परिजनों ने कोई शिकायत नहीं दी है।