समझौता कर लो, जो नुकसान हुआ भरपाई करा देंगे
जागरण संवाददातामोदीनगरअपराधियों के हौसले पुलिस की ढिलाई और मिलीभगत से बढ़ते हैं। यह
जागरण संवाददाता,मोदीनगर:
अपराधियों के हौसले पुलिस की ढिलाई और मिलीभगत से बढ़ते हैं। यह एक बार फिर सच साबित होता दिख रहा है। यहां डकैती के आरोपितों के बारे में जानकारी होने के बावजूद पुलिस उनकी गिरफ्तारी के बजाय पीड़ित परिवार पर समझौते का दबाव बना रही है। पीड़ित परिवार ने मामले में आइजी से गुहार लगाई है। एसएचओ भोजपुर ने समझौते का दबाव बनाने की बात से साफ इन्कार किया है।
भोजपुर थाना क्षेत्र के कलछीना गांव में दो माह पहले एक दर्जन से अधिक बदमाशों ने अब्दुल कादिर के परिवार को बंधक बनाकर डकैती डाली थी। आरोपित मकान के बाहर सीढ़ी लगाकर जीने के रास्ते से अंदर दाखिल हुए। आरोपितों ने पूरे परिवार के हाथ-पैर बांधकर उनको अंदर बंद कर दिया। मामले को पुलिस ने चोरी की मामूली धाराओं में दर्ज कर लिया।
दैनिक जागरण ने इस प्रकरण को प्रमुखता से उठाया और अधिकारियों ने भोजपुर पुलिस को फटकार लगाई तो पुलिस की नींद टूटी। इसके बाद पुलिस ने मुकदमे को डकैती की धाराओं में तरमीम किया। अधिकारियों ने जल्द घटना के पर्दाफाश का आश्वासन दिया, लेकिन अभी तक पुलिस मामले में कुछ नहीं कर सकी है। जबकि, पीड़ित परिवार पिछले सवा माह से रोजाना थाने बुलाया जा रहा है। पीड़ित परिवार ने बताया कि इस मामले में उन्होंने पुलिस को वारदात को अंजाम देने में शामिल लोगों की पहचान बताई थी। पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो उन्होंने पुलिस को भी घटना से जुड़े राज बताए। इसके बावजूद आरोपितों को पुलिस ने छोड़ दिया और उनसे कहा कि यदि मामले में आरोपित जेल गए तो दुश्मनी हो जाएगी। भलाई इसी में है कि तुम समझौता कर लो। जो नुकसान हुआ है उसकी सूची बनाकर दे दो। आरोपितों से भरपाई करा दी जाएगी। इसके बाद से पीड़ित परिवार को रोजाना थाने बुलाया जा रहा है, लेकिन नुकसान की भरपाई भी नहीं कराई जा रही और न ही आरोपितों को जेल भेजा जा रहा है। परेशान होकर पीड़ित ने आइजी रेंज से मिलकर अपनी व्यथा बताई। आइजी कार्यालय से फटकार लगने के बाद पीड़ित परिवार से दो दिन के अंदर समस्या का समाधान करने की बात कही गई, लेकिन अभी तक भी कुछ नहीं हो सका है।
इस बारे में एसएचओ भोजपुर धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि समझौते की बात पूरी तरह गलत है। मामले की पुलिस जांच कर रही है। जल्द ही पर्दाफाश किया जाएगा।