19 लाख की लूट कराई, साढ़े छह घंटे में पर्दाफाश
मंहगे शौक पूरे करने और घूमने के लिए मंगलवार को एक फर्म के एरिया मैनेजर और दो सेल्स मैन ने अपने साथ 19 लाख रुपये के लूट की कहानी रच डाली। एक सेल्स मैन के सगे व चचेरे भाई से दिखावे के लिए दोपहर साढ़े तीन बजे सरेराह खुद पर ब्लेड से हमलाकराकर लूट की वारदात को अंजाम दिलाया। साढ़े छह घंटे में इंदिरापुरम पुलिस ने मामले में पांचों आरोपितों को गिरफ्तार कर वारदात का पर्दाफाश किया।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : मंहगे शौक पूरे करने और घूमने के लिए मंगलवार को एक फर्म के एरिया मैनेजर और दो सेल्स मैन ने अपने साथ 19 लाख रुपये के लूट की कहानी रच डाली। एक सेल्समैन के सगे व चचेरे भाई से दिखावे के लिए दोपहर साढ़े तीन बजे सरेराह खुद पर ब्लेड से हमला कराकर लूट की वारदात को अंजाम दिलाया। साढ़े छह घंटे में इंदिरापुरम पुलिस ने मामले में पांचों आरोपितों को गिरफ्तार कर वारदात का पर्दाफाश किया।
मूल रूप से हरिद्वार के रहने वाले हितेश कुमार इंदिरापुरम के शक्ति खंड-3 में यूनिवर्सल इंटरप्राइजेज नाम से ठेकेदारी फर्म चलाते हैं। फर्म बिजली के खंभे लगाने के सरकारी ठेके लेती है। उनकी फर्म में वैशाली सेक्टर-तीन निवासी विशाल अग्निहोत्री एरिया मैनेजर के रूप में कार्यरत हैं। नोएडा सेक्टर 39 निवासी अमित कटियार व शहीदनगर निवासी वसीम सिद्दीकी सेल्समैन हैं। तीनों करीब दस साल से कार्यरत हैं। इंदिरापुरम थाना प्रभारी सचिन मलिक ने बताया कि मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे तीनों कार में वसुंधरा सेक्टर-13 स्थित पंजाब नेशनल और एक्सिस बैंक की शाखा से रुपये निकालने गए थे। रुपये निकालने के बाद तीनों लोग शक्ति खंड-3 स्थित दफ्तर जा रहे थे। तीनों ने एक सप्ताह पहले ही फर्म के रुपये लूटने की योजना बना रखी थी। वसीम के भाई मुईम और चचेरे भाई सारिक वसुंधरा सेक्टर-19 में ग्रीन बेल्ट रोड पर विद्युत सब स्टेशन के सामने काले रंग की पल्सर मोटरसाइकिल पर आए और कार रोक ली।
दिखावे के लिए ब्लेड से कराया हमला
वसीम ने रुपये लूटने पहुंचे चचेरे भाई सारिक से अपने सीने पर ब्लेड चलवा लिया, जिससे किसी को घटना के फर्जी होने का आभास न हो। सारिक ने ब्लेड से वसीम के खरोच मारकर घायल कर दिया। इसके बाद बैग में रखे 19 लाख रुपये और लैपटाप लेकर मुइम के साथ फरार हो गया। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर एसएसपी वैभव कृष्ण, सीओ इंदिरापुरम रवि कुमार मौके पर पहुंचे और पीड़ितों से पूछताछ की।
सर्विलांस के जरिए पकड़े गए आरोपित
एसएसपी ने मामले में पुलिस, क्राइम ब्रांच और एसओजी टीम लगाई थी। तीनों के नंबरों की कॉल डिटेल्स खंगाली गई। दो नंबर ऐसे मिले जिनकी पीड़ितों से बात हुई थी। घटना के समय उन नंबरों की भी लोकेशन घटनास्थल पर मिली। सख्ती से पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि उन्होंने ही लूट की झूठी कहानी रची थी।
घूमने और महंगे शौक पूरे करना चाहते थे आरोपित
गिरफ्तार आरोपित विशाल अग्निहोत्री लखनऊ, अमित कटियार कानपुर और अन्य बदमाश शहीदनगर गाजियाबाद के हैं। आरोपितों ने पुलिस को बताया कि वह हर माह 20 से 25 हजार रुपये कमाते हैं। इन पैसों से वे अपने महंगे शौक नहीं पूरे कर पा रहे थे। उन्होंने महंगे कपड़े, जूते, घड़ी व अन्य सामान खरीदना था। इसके बाद वह पिकनिक प्लेस पर घूमने जाने की योजना बना रखे थे। लूट के रुपये पांचों आरोपितों में बांटे जाने थे। फर्म के मालिक की शिकायत पर पांचों आरोपितों कि खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपितों के पास से 19 लाख रुपये, मोटरसाइकिल, चेक बुक व अन्य सामान बरामद हुआ है।
- वैभव कृष्ण, एसएसपी।