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सौम्या बनना चाहती हैं इतिहासकार

अवंतिका की रहने वाली सौम्या गोयल के पिता मनीष गोयल और माता प्रिया गोयल व्यवसायी हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 Jul 2020 09:36 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jul 2020 09:36 PM (IST)
सौम्या बनना चाहती हैं इतिहासकार
सौम्या बनना चाहती हैं इतिहासकार

जासं, गाजियाबाद : गुरुकुल द स्कूल की सौम्या ने 12वीं कक्षा में 99.2 अंक हासिल कर स्कूल टॉप किया। उनकी इस उपलब्धि से घर में खुशी का माहौल है। अवंतिका की रहने वाली सौम्या गोयल के पिता मनीष गोयल और माता प्रिया गोयल व्यवसायी हैं। उन्होंने बताया कि उनकी सफलता से दादा विजय कुमार गोयल और दादी सरोज गोयल भी काफी खुश हैं। सौम्या का कहना है कि उन्होंने कभी भी घंटे या कुछ भी टारगेट फिक्स करके पढ़ाई नहीं की, जब पढ़ने का मन किया, तभी पढ़ाई की। पढ़ाई में सबसे ज्यादा पॉलिटी पर ध्यान दिया। इसके अलावा स्टडी में मोबाइल से भी मदद ली। सौम्या गोयल ने बताया कि पढ़ाई में शिक्षकों ने काफी मदद की है। रात में कितने भी बजे शिक्षकों को कॉल करके उनसे कोई सवाल मालूम किया तो उन्होंने अच्छे से समझाया। पढ़ाई में शुरूआत से ही स्कूल के शिक्षकों का सहयोग रहा है। सौम्या गोयल का कहना है कि कभी भी हरदम किताब लेकर पढ़ने से या बहुत ज्यादा पढ़ाई करने से जरूरी नहीं कि अच्छे अंक प्राप्त किए जा सकेंगे। जितनी भी देर पढ़ाई हो मन से करनी चाहिए। पूरी नींद लेना भी काफी फायदेमंद होता है। सौम्या आगे चलकर इतिहासकार बनना चाहती हैं, इसके लिए हिस्ट्री ऑनर्स करेंगी। पढ़ी हैं इतिहास की अतिरिक्त किताबें

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सौम्या गोयल बताती हैं कि उन्हें इतिहास में इतनी ज्यादा रुचि हैं कि जो उनकी 12वीं की इतिहास की किताब हैं उसके अलावा भी इतिहास की कई किताबें पढ़ी हैं। उन्हें इतिहास के बारे में हमेशा नई जानकारी पढ़ते रहना अच्छा लगता है। पुरानी इमारतें, एतिहासिक स्थान देखना और उनके बारे में जानना पसंद है। सौम्या गोयल ने बताया कि वह मूवी भी एतिहासिक ही देखना पसंद करती हैं।

योग और खेल रखते हैं दिमाग को चुस्त

सौम्या गोयल का कहना है कि सुबह-सुबह योग करने से स्वस्थ तो रहते ही हैं साथ में पूरे दिन तरोताजगी महसूस होती है। वहीं खेल भी दिमाग को चुस्त रखने में मदद करते हैं। सौम्या गोयल को बैडमिटन, चेस और कंप्यूटर पर खेल खेलना पसंद है। तनावमुक्त रहकर पढ़ाई करने में योग और खेल से काफी मदद मिलती है।


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