Move to Jagran APP

एक-दूसरे की हत्या करने वाले दोनों सगे भाइयों का हुआ अंतिम संस्कार

राजीव कॉलोनी में सोमवार देर रात शराब के नशे में मामूली कहासुनी पर की थी हत्या।

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Aug 2020 09:44 PM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2020 09:44 PM (IST)
एक-दूसरे की हत्या करने वाले दोनों सगे भाइयों का हुआ अंतिम संस्कार
एक-दूसरे की हत्या करने वाले दोनों सगे भाइयों का हुआ अंतिम संस्कार

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : राजीव कॉलोनी में सोमवार देर रात शराब के नशे में मामूली कहासुनी होने पर एक-दूसरे की चाकू से वार कर हत्या करने वाले दोनों सगे भाइयों का मंगलवार शाम को अंतिम संस्कार हो गया।

loksabha election banner

राजीव कॉलोनी में मंगतराम परिवार के साथ रहते हैं। उनके बेटे 32 वर्षीय मोटा उर्फ सागर और 28 वर्षीय मोहन लाल में सोमवार रात करीब 10 बजे शराब पीने के दौरान कहासुनी हो गई। विवाद बढ़ने पर दोनों ने एक-दूसरे की हत्या कर दी। पुलिस ने मंगलवार को दोनों के शवों का पोस्टमार्टम कराकर स्वजन को सौंप दिया। हिडन श्मशान घाट पर मंगतराम ने दोनों का अंतिम संस्कार किया। साहिबाबाद थाना प्रभारी निरीक्षक अनिल शाही ने बताया है कि मृतकों के भतीजे महेंद्र ने शिकायत दी। उसकी शिकायत पर दोनों मृतकों के खिलाफ एक-दूसरे की हत्या करने की रिपोर्ट दर्ज की गई। मामले में मृतकों के स्वजन व आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है। आए दिन करते थे लड़ाई : मृतक चार भाई थे। मोटा पत्नी गीता, दो साल के बेटे लड्डू व 11 दिन की बेटी के साथ रहता था। उसी मकान के आधे हिस्से में सबसे बड़े भाई उजागर के साथ मोहन लाल रहता था। मोहन लाल अविवाहित था। मोटा से छोटा व मोहन लाल से बड़ा भाई मुरारी परिवार सहित नंद ग्राम में रहता है। पुलिस की जांच में आया है कि मोटा व मोहन लाल में आए दिन झगड़ा होता रहता था। सोमवार रात भी जब दोनों में झगड़ा हुआ तो लोग यही मान रहे थे कि आए दिन की तरह दोनों भाई लड़ रहे हैं। जब दोनों लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़े तो पुलिस को सूचना दी। दोनों के पेट व पीठ में 10-12 से ज्यादा गहरे घाव मिले हैं।

---------

दुधमुंहे बच्चे का नहीं हो सका नामकरण : मोटा की पत्नी गीता घटना से पूरी तरह से टूट गई है। गीता का रो-रोकर बुरा हाल है। मंगलवार को रोते-रोते कई बार वह बेहोश हो गई। उसके मुंह से एक ही शब्द निकल रहा था कि पति बिटिया का नाम भी नहीं रख सके और दुनिया छोड़कर चले गए। वह दो साल के बेटे और 11 दिन की बेटी का अकेले कैसे ख्याल रखेगी। कॉलोनी के लोग उसे ढांढस बंधाने का प्रयास करते रहे। वहीं, मृतकों के बुजुर्ग पिता मंगतराम पूरी तरह से बेसुध दिखे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.