तीन लोगों के खातों से निकाले पौने तीन लाख रुपये
तीन लोगों के बैंक खातों से पौने तीन लाख रुपये कार्ड क्लोन कर निकाल लिए गए हैं। महिला के खाते से 12 हजार रुपये निकाले गए हैं जबकि कारोबारियों के खातों से एक ही तरह की कई बार ट्रांजैक्शन की गई हैं। पीड़ितों ने कविनगर थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट में बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : तीन लोगों के बैंक खातों से पौने तीन लाख रुपये डेबिट कार्ड क्लोन कर निकाल लिए गए हैं। महिला के खाते से 12 हजार रुपये निकाले गए हैं, जबकि कारोबारियों के खातों से एक ही तरह की कई बार ट्रांजेक्शन की गई हैं। पीड़ितों ने कविनगर थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट में बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
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रांची से निकले पैसे
विजयनगर निवासी गुंजन शर्मा ने बताया कि उनका बचत खाता आरडीसी की एचडीएफसी बैंक की शाखा में है। 17 मई की रात साढ़े 10 बजे उनके खाते से 10 हजार और दो हजार रुपये की दो ट्रांजेक्शन हुईं। सुबह मैसेज देखने पर ठगी का पता चला तो उन्होंने डेबिट कार्ड बंद कराया। बैंक जाने पर बताया गया कि रुपये रांची के एक एटीएम से निकाले गए हैं।
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तीन दिन तक होती रहीं ट्रांजेक्शन
संजय नगर निवासी प्रॉपर्टी कारोबारी शैलेंद्र यादव का आरडीसी स्थित देना बैंक में बचत खाता है। 19 मई को उनके खाते से तीन बार में 25 हजार रुपये निकाले गए। इसका पता चलने पर उन्होंने बैंक के कस्टमर केयर नंबर पर कॉल की। उनका दावा है कि कस्टमर केयर से उन्हें बताया गया कि तकनीकी खामी है, कुछ दिन में रुपये वापस होने की बात कही। अगले दिन फिर से उनके खाते से दो बार में 25 हजार रुपये निकल गए। उन्होंने दावा किया कि उन्हें दुबारा से आश्वासन देकर परेशान न होने की बात कही गई। 21 मई को भी तीन बार में उनके खाते से 25 हजार निकाल लिए गए तो उन्होंने कार्ड ब्लॉक कराया। आरोप है कि बैंक अधिकारियों की लापरवाही से तीन दिन तक उनका नुकसान होता रहा। शैलेंद्र ने बताया कि 15 मई को उन्होंने संजय नगर स्थित एसबीआइ के एटीएम से रुपये निकाले थे। एक ट्रांजेक्शन के बाद एटीएम ने उनका कार्ड रीड करना बंद कर दिया। एटीएम में उनका कार्ड भी फंस गया था। आशंका है कि एटीएम में स्किमर लगा है।
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बिना मैसेज चार दिन में निकले 1.89 लाख
बम्हैटा की मानसरोवर कॉलोनी में रहने वाले कंस्ट्रक्शन कारोबारी पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि उनका बचत खाता लालकुआं स्थित एसबीआइ की शाखा में है। आरोप है कि बिना मैसेज आए चार दिन में 14 बार उनके खाते से ट्रांजेक्शन हुईं। इनमें कुल 1.89 लाख रुपये निकाले गए। रविवार को वह एटीएम से पैसे निकालने गए तो पता चला कि खाता में बैलेंस ही नहीं है। पुष्पेंद्र ने बताया कि 12 बार में दिल्ली के पश्चिम विहार, कोटला, विजय एंक्लेव व डीएमसी वेस्ट ऑफिस के पास स्थित एटीएम से डेढ़ लाख रुपये निकाले गए, जबकि राजेश तिवारी और कविता के बैंक खातों में 20-20 हजार रुपये ट्रांसफर कर लिए गए। उन्होंने बैंक प्रबंधन पर आरोप लगाया कि नंबर रजिस्टर्ड होने पर भी इन 14 ट्रांजेक्शन का एक भी मैसेज उनके नंबर पर नहीं आया।
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तीनों मामलों में शिकायत के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। तीनों की डिटेल्स साइबर सेल को भी भेज दी गई है। बैंक से जानकारी मंगा एटीएम की सीसीटीवी फुटेज प्राप्त कर आरोपितों की पहचान की कोशिश की जाएगी।
- राजकुमार शर्मा, एसएचओ, कविनगर