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कोरोना काल में मरीजों की सेवा में दिन-रात जुटी हैं कुसुमलता

तीन महीने तक तो वह घर ही नहीं गई हैं। इन दिनों भी 15 से 20 दिन बाद ही वह घर जा पा रही हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 11 Sep 2020 07:26 PM (IST)Updated: Fri, 11 Sep 2020 07:26 PM (IST)
कोरोना काल में मरीजों की सेवा में दिन-रात जुटी हैं कुसुमलता
कोरोना काल में मरीजों की सेवा में दिन-रात जुटी हैं कुसुमलता

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : कोरोना से आमजन बेशक डरते हों, लेकिन जिला एमएमजी अस्पताल में कार्यरत स्टाफ नर्स कुसुमलता छह महीने से निडर होकर सामान्य बीमारियों के साथ कोरोना संक्रमितों का दिन-रात इलाज कर रही हैं। तीन महीने तक तो वह घर ही नहीं गई हैं। इन दिनों भी 15 से 20 दिन बाद ही वह घर जा पा रही हैं।

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मरीजों की सेवा में जुटी कुसुमलता का कहना है कि ड्यूटी का वेतन मिलता है, लेकिन मरीजों की सेवा करने से मन को तसल्ली मिलती है। अस्पताल के होल्डिग वार्ड में रोज कोरोना संक्रमित भर्ती होते हैं। उनका बुखार, बीपी, आक्सीजन स्तर जांच करना उनकी ड्यूटी है। अप्रैल में आइसोलेशन वार्ड में करीब तीस संक्रमितों का इलाज करने के बाद कुसुमलता को अस्पताल प्रबंधन ने वार्ड की जिम्मेदारी सौंपी है।


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