जग में माई बिना केहुओ सहाई ना होई
लोहियानगर स्थित ¨हदी भवन में रविवार को अशोक प्रहरी संस्था द्वारा राष्ट्रीय भोजपुरी कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें दिल्ली- एनसीआर, यूपी और बिहार के भोजपुरी भाषा के लोकप्रिय कवियों ने हिस्सा लिया और देर रात तक लोक भाषा के मोतियों से तैयार की गईं काव्यमाला को श्रोताओं के समक्ष प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि के रूप में आइपीएस दीपक कुमार और अध्यक्ष के रूप में अजित देबे मौजूद रहे।
जासं, गाजियाबाद : लोहियानगर स्थित ¨हदी भवन में रविवार को अशोक प्रहरी संस्था द्वारा राष्ट्रीय भोजपुरी कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें दिल्ली- एनसीआर, यूपी और बिहार के भोजपुरी भाषा के लोकप्रिय कवियों ने हिस्सा लिया और देर रात तक लोक भाषा के मोतियों से तैयार की गईं काव्यमाला को श्रोताओं के समक्ष प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि के रूप में आइपीएस दीपक कुमार और अध्यक्ष के रूप में अजित देबे मौजूद रहे।
मुख्य संयोजक अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि पूर्वांचल ही नहीं देश-विदेश के हर कोने में इस भाषा को जी जान से चाहने वाले लोग हैं। कार्यक्रम की शुरुआत सिवान से पहुंचे मधुर गीतकार सुभाष यादव ने सरस्वती वंदना साथ किया। इसके बाद उन्होंने जग में माई बिना केहुओ सहाई ना होई, केहू केतनों दुलारी बाकिर माई ना होई, सुनाकर श्रोताओं की जमकर दाद लूटी। हास्य कवि बादशाह तिवारी प्रेमी ने श्रोताओं को खूब गुदगुदाया। अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त युवा कवि मनोज भावुक ने अपने गजलों के माध्यम से श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। उन्होंने बहुत नाच जिनिगी नचावत रहल, हंसावत, खेलावत, रोआवत रहल, कहां खो गइल अब ऊ धुन प्यार के, जे हमरा के पागल बनावत रहत सुनाकर श्रोताओं की तालियां लूटीं। कवयित्री निशा राय, माधुरी मधु, एचपी त्रिपाठी, संतोष शर्मा, राम रक्षा मिश्र विमल ने भी काव्यपाठ कर श्रोताओं को तालियां बटोरीं। कार्यक्रम का संचालन कवि अनूप पांडेय और जेपी द्विवेदी ने किया।