जानलेवा हमले में घायल पत्रकार की अस्पताल में मौत, हंगामा
स्वजन पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगा रहे थे। मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय और एसएसपी कलानिधि नैथानी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मदद की घोषणा के बारे उन्हें बताया।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : विजयनगर थाना क्षेत्र की माता कॉलोनी में सोमवार देर रात पत्रकार विक्रम जोशी पर हुए जानलेवा हमले में बुधवार तड़के करीब चार बजे उनकी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। वह वेंटिलेटर पर थे। इसके बाद अस्पताल में बड़ी संख्या में स्वजन व मीडियाकर्मी जुटे और जमकर हंगामा किया। स्वजन पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगा रहे थे। मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय और एसएसपी कलानिधि नैथानी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मदद की घोषणा के बारे उन्हें बताया। मुख्यमंत्री ने मृतक पत्रकार विक्रम जोशी के स्वजन को 10 लाख रुपये की मदद, उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी व बच्चों को निश्शुल्क शिक्षा देने की घोषणा की है। साथ ही दोनों ने परिवार की सुरक्षा की घोषणा की। वहीं घटना से गुस्साए पत्रकारों ने अस्पताल परिसर के बाहर धरना दिया और विरोध प्रकट किया। पत्रकार की मौत के बाद से सियासी माहौल गरमा गया है और विभिन्न दलों के नेता ट्वीट के माध्यम से सरकार व पुलिस को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं।
बता दें कि विजयनगर बाइपास क्षेत्र की कृष्णा नगर बागू कॉलोनी निवासी पत्रकार विक्रम जोशी एक समाचार पत्र में नौकरी करते थे। परिवार में पत्नी कविता, बेटी चाहत, वाणी और बेटे राघवन के साथ रहते थे। सोमवार को उनकी बहन के यहां एक घरेलू आयोजन था और वह अपनी दोनों बेटियों के साथ बहन के यहां माता कॉलोनी गए थे। रात करीब साढ़े 10 बजे वह मोटरसाइकिल से दोनों बेटियों के साथ वापस लौट रहे थे। इस दौरान गली से बाहर आते ही आठ से नौ हमलावरों ने उन्हें रोक लिया और उन्हें मोटरसाइकिल से नीचे गिराकर मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान एक आरोपित ने उनके सिर में गोली मार दी और फरार हो गए। बड़ी बेटी ने शोर मचाया और अपनी बुआ को घटना की जानकारी दी। इसके बाद उन्हें नेहरूनगर स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस संबंध में पत्रकार के भाई अनिकेत ने तीन आरोपितों को नामजद करते हुए कई अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने मुख्य आरोपित समेत नौ आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके पास से घटना में प्रयुक्त असलहा बरामद कर लिया था। मामले में लापरवाही उजागर होने पर एसएसपी कलानिधि नैथानी ने चौकी प्रभारी को निलंबित भी किया था और उनके खिलाफ विभागीय जांच बैठाई थी। इस मामले में एक आरोपित अभी फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है। घटना के पीछे का कारण पत्रकार विक्रम जोशी की रिश्तेदार से आरोपित छेड़छाड़ करते थे। आरोपित सट्टा के धंधे से भी जुड़े हुए थे। दोनों मामले में विक्रम जोशी पुलिस से कार्रवाई करने को कह रहे थे। आरोपित इस बात से नाराज थे और उन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया।