दिल्ली-मेरठ हाईवे पर जाम से जूझे राहगीर
दिल्ली-मेरठ हाईवे पर जाम से जूझे राहगीरदिल्ली-मेरठ हाईवे पर जाम से जूझे राहगीरदिल्ली-मेरठ हाईवे पर जाम से जूझे राहगीरदिल्ली-मेरठ हाईवे पर जाम से जूझे राहगीरदिल्ली-मेरठ हाईवे पर जाम से जूझे राहगीरदिल्ली-मेरठ हाईवे पर जाम से जूझे राहगीरदिल्ली-मेरठ हाईवे पर जाम से जूझे राहगीरदिल्ली-मेरठ हाईवे पर जाम से जूझे राहगीरदिल्ली-मेरठ हाईवे पर जाम से जूझे राहगीरदिल्ली-मेरठ हाईवे पर जाम से जूझे राहगीरदिल्ली-मेरठ हाईवे पर जाम से जूझे राहगीरदिल्ली-मेरठ हाईवे पर जाम से जूझे राहगीरदिल्ली-मेरठ हाईवे पर जाम से जूझे राहगीर
जागरण संवाददाता, मोदीनगर (गाजियाबाद): सड़क निर्माण कार्य के चलते दिल्ली-मेरठ हाईवे पर सोमवार को भयंकर जाम लग गया। मेरठ से गाजियाबाद की ओर स्थिति ज्यादा भयावह रही। उधर, मुरादनगर में गन्ने से भरा ट्रोला पलटने से राहगीरों को पांच किलोमीटर भीषण जाम से जूझना पड़ा। जाम से बचने के लिए बड़ी संख्या में लोग वैकल्पिक रास्तों से भी गंतव्य तक पहुंचे।
सोमवार को कादराबाद के निकट सड़क निर्माण कार्य चल रहा था, जिसके चलते हाईवे पर केवल एक वाहन के निकलने की ही जगह बची। देखते ही देखते मेरठ से गाजियाबाद की ओर जाने वाले वाहनों की कतारें मेरठ जिले के परतापुर थाना क्षेत्र की मोहीउद्दीनपुर पुलिस चौकी तक पहुंच गईं। लोगों को 10 मिनट की दूरी तय करने में एक घंटे से भी अधिक का समय लगा। पहले निकलने के चक्कर में सैकड़ों वाहन विपरीत दिशा में भी आ गए, जिससे गाजियाबाद से मेरठ की तरफ भी जाम की स्थिति बन गई। कादराबाद चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने मशक्कत करके वाहनों की सही दिशा में कराया, लेकिन तीन बजे तक हाईवे पर लोगों ने जाम झेला। उधर, हापुड़ रोड फाटक ट्रेन आने के चलते बंद होने से हापुड़ की ओर जाने वाले वाहनों की कतारें हाईवे तक आ गईं। इससे गाजियाबाद की ओर जाने वाले वाहनों की गति रूक गई। राहगीरों को महेंद्रपुरी गेट के सामने तक भीषण जाम से दो चार होना पड़ा। मुरादनगर में भी लोगों ने झेला भीषण जाम
मुरादनगर में गंगनहर के पास गन्ने से भरा ट्रोला पलटने के कारण करीब पांच किलोमीटर तक लोगों को जाम से दो चार होना पड़ा। सोमवार दोपहर को गंगनहर की तरफ से गन्ने से भरा ट्रैक्टर ट्रोला विपरीत दिशा में आकर झिलमिल होटल के कट से मोदीनगर की तरफ मुड़ रहा था। तेज गति होने के कारण ट्रैक्टर ट्रोला अनियंत्रित होकर पलट गया। इससे गाजियाबाद की ओर जाने वाले वाहनों की गति पर पूरी तरह विराम लग गया। एक घंटे में ही वाहनों की कतारें अबूपुर गेट को पार करती हुईं सीकरी कलां गांव तक पहुंच गईं। झिलमिल कट पर तैनात पुलिसकर्मी भी यातायात को सुचारू कराने में नाकाम दिखे। पुलिस ने ट्रैक्टर मालिक से संपर्क कर दूसरा ट्रैक्टर मंगवाया। करीब डेढ़ घंटे में गन्नों को दूसरे ट्रोला में भरवाकर रास्ता साफ कराया गया। इसके बाद करीब 3 बजे के आसपास हाईवे पर यातायात सामान्य हो पाया। उधर, विपरीत दिशा में वाहनों के आने से गाजियाबाद की ओर से आने वाले लोगों को भी गंगनहर से लेकर आयुध निर्माणी गेट तक जाम के झाम में फंसकर परेशानी उठानी पड़ी।
वैकल्पिक रास्तों से गुजरे लोग
जाम से बचने के लिए बड़ी संख्या में लोग वैकल्पिक रास्तों से होकर भी गंतव्य तक पहुंचे। इसी के चलते इन रास्तों पर भी जाम की स्थिति बनी रही। सबसे ज्यादा भयावह हालत अबूपुर के पास गंगनहर रेगुलेटर पर रही। यहां पुल की कम चौड़ाई के कारण वाहन एक दूसरे के सामने आ गए। इससे एक घंटे से भी अधिक समय तक लोगों को एक जगह ही खड़े रहना पड़ा। पाइपलाइन मार्ग पर भी जाम का असर देखने को मिला। वाहनों की आवाजाही से स्थानीय लोगों को भी काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा।
इनका कहना है
जाम की समस्या से निपटने के लिए हाईवे के अधिकांश कटों पर यातायात के पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं। स्थिति बिगड़ने पर थाने से भी पुलिसबल को इसमें लगाया जाता है। प्रयास है कि हाईवे पर किसी भी सूरत में जाम न लग पाए।
-केपी मिश्रा, सीओ, मोदीनगर।