मिस्टेर बांबर विमान पर प्रशासन की बेरुखी देख वायु सेना आई आगे
¨हडन एलीवेटेड एंट्री पाइंट पर रखे देश के गौरव डसॉल्ट मिस्टेर बांबर विमान की दुर्गति पर दैनिक जागरण ने लाइव अभियान चलाया, जिसमें विमान पर चढ़कर मजाक बनाने से लेकर उसके पार्टस तक गायब होने को कवर किया। इस युद्धक विमान ने 1965 के भारत-पाक युद्ध में जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। आखिरकार विमान के उड़ते मजाक पर प्रशासन व निगम की बेरुखी देख खुद वायु सेना आगे आई है। उन्होंने जिला एवं नगर प्रशासन से युद्धक विमान की सुरक्षा के इंतजाम के बारे में सवाल किए। जवाब में निगम ने जहां शनिवार (आज) से बाउंड्री वाल शुरू कराने की बात की है, वहीं जिला प्रशासन ने इसकी सुरक्षा का भरोसा दिलाया।
शाहनवाज अली, गाजियाबाद
¨हडन एलीवेटेड एंट्री पाइंट पर रखे देश के गौरव डसॉल्ट मिस्टेर बांबर विमान की दुर्गति देख वायु सेना खुद आगे आई है। सुबह वायुसेना के अधिकारियों ने विमान का जायजा लिया। उन्होंने जिला एवं नगर प्रशासन से युद्धक विमान की सुरक्षा के बारे में बातचीत की। निगम ने जहां शनिवार (आज) से बाउंड्री वाल शुरू कराने की बात की है, वहीं जिला प्रशासन ने इसकी सुरक्षा और सुंदरीकरण कराने का भरोसा दिलाया है। इस युद्धक विमान ने 1965 की जंग में जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी।
भारतीय वायु सेना के बेड़े में शामिल होकर करीब 26 वर्षो तक देश का गौरव रहे युद्धक विमान डसॉल्ट मिस्टेर को 13 जनवरी 2019 को ¨हडन के एलीवेटेड रोड एंट्री पाइंट पर रखा गया। पिछले चार दिनों तक उसकी खूब दुर्गति हुई। किसी सुरक्षा के बिना रखे विमान पर चढ़कर किसी ने सेल्फी ली, तो किसी ने पायलट की सीट पर हाथ आजमाए तो कोई इसके पार्ट्स ही ले उड़ा। वर्ष 1965 में भारत-पाक युद्ध के हीरो रहे मिस्टेर बांबर विमान की इस दुर्गति पर अभियान चलाते हुए दैनिक जागरण ने जिला व निगम प्रशासन को जगाने की मुहिम छेड़ी।
गणतंत्र दिवस से पूर्व होगी विमान की डें¨टग-पें¨टग
अपने गौरवमयी इतिहास मिस्टेर बांबर विमान की डें¨टग-पें¨टग के लिए खुद वायु सेना इंतजाम करेगी। इसके अलावा विमान में छेड़छाड़ के बाद खुले किसी भी पार्ट्स को क्लोज करने के लिए खुद वायु सेना की टेक्नीकल टीम काम करेगी, जिसे जल्द पूरा कर लिया जाएगा। आज से विमान के चारों ओर बाउंड्री बनाकर स्टील रे¨लग कार्य शुरू करा दिया जाएगा, ताकि कोई भी बाहरी व्यक्ति विमान पर न तो चढ़ सके और न ही इसके साथ कोई छेड़छाड़ कर सके। इसके लिए तमाम इंतजाम कर लिए गए हैं।
- मोइनुद्दीन, चीफ इंजीनियर, नगर निगम