हादसे के बाद भी सिचाई विभाग ने मात्र गंगनहर के पुल पर बांधी बल्लियां
ये बल्लियां भारी वाहन के टच करने पर टूट सकती हैं। स्थानीय लोगों ने बल्ली लगाने का विरोध किया है।
संस, मसूरी : गंगनहर में कार गिरने के दो दिन बाद सोमवार को सिचाई विभाग ने पुल पर टूटी हुई रेलिग के स्थान पर लकड़ी की बल्ली बांध कर इतिश्री कर दी। ये बल्लियां भारी वाहन के टच करने पर टूट सकती हैं। स्थानीय लोगों ने बल्ली लगाने का विरोध किया है।
शनिवार को विजयनगर नगर निवासी अमित यादव वैगनआर कार से बाबूराम यादव और माता बर्फी देवी को लेकर ग्राम डिडौली जा रहे थे। नाहल गांव स्थित गंगनहर के पुल पर रेलिग नहीं होने के कारण कार पानी में गिर गई थी। कार को बैक करते वक्त यह हादसा हुआ था। हादसे में बाबूराम यादव और अमित यादव की मौत हो गई थी। बर्फी देवी को गंगनहर से सकुशल निकाल लिया गया था। हादसे के बाद शनिवार को सिचाई विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घटना का पता नहीं किया था। रविवार को दिनभर में इस पुल से ट्रक, कार व अन्य भारी वाहन निकलते रहे। सोमवार को सिचाई विभाग ने जिस स्थान पर रेलिग टूटी हुई है, वहां पर बल्लियां बांध दी। नाहल गांव निवासी साजिद ने बताया कि बल्लियां लगाकर सिचाई विभाग अपनी जिम्मेदारी से बच रहा है। बल्लियों से हादसे नहीं रुकेंगे। धूप में रस्सी खराब होने के बाद बल्लियां टूटकर गिर जाएंगी। विभाग को पक्की रेलिग बनवानी चाहिए। मैं कल गंगनहर के पुल का जायजा लेने गया था। जल्द ही पुल के दोनों तरफ से दीवार बनवाई जाएगी। जब तक दीवार नहीं बनती तब तक रेलिग के स्थान पर बल्ली बांध दी गई हैं।
नरेंद्र कुमार सिंह, असिस्टेंट इंजीनियर, सिचाई विभाग, बुलंदशहर