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आइएफएस बनना चाहते हैं तीसरे स्थान पर रहे नकुल

आशुतोष यादव, गाजियाबाद सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा में देश में तीसरा और जिले में दूसरा स्थान पाने

By JagranEdited By: Published: Sat, 26 May 2018 07:08 PM (IST)Updated: Sat, 26 May 2018 07:08 PM (IST)
आइएफएस बनना चाहते हैं तीसरे स्थान पर रहे नकुल
आइएफएस बनना चाहते हैं तीसरे स्थान पर रहे नकुल

आशुतोष यादव, गाजियाबाद

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सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा में देश में तीसरा और जिले में दूसरा स्थान पाने वाले नकुल ने दो विषयों में शत-प्रतिशत अंक हासिल किए। 99.4 फीसद अंक हासिल करने वाले नकुल अपनी पढ़ाई और पोजीशन दोनों से संतुष्ट हैं।

दैनिक जागरण से बातचीत में उन्होंने बताया कि बेहतर पढ़ाई के लिए जरूरी नहीं कि लगातार आठ से अधिक घंटे की ही पढ़ाई की जाएगी, बल्कि जितनी देर पढ़ा जाए उतना एकाग्रचित होकर पढ़ाई की जाए। नकुल ने बताया कि एक बार बैठने में उन्होंने 3:30 घंटे से अधिक पढ़ाई नहीं की। परीक्षा के दौरान भी पढ़ाई के साथ-साथ वह खेलते जरूर थे। नकुल ने अंग्रेजी व इतिहास में 100-100 अंक हासिल किए, जबकि राजनीति विज्ञान, गणित एवं अर्थशास्त्र में 99 फीसद अंक हासिल किए। डीयू से इकोनॉमिक्स आनर्स करना चाहते है

नकुल ने बताया कि अभी उनका पूरा ध्यान पढ़ाई की तरफ है। उन्होंने इंडियन फॉरेन सर्विस (आइएफएस) का लक्ष्य बनाया है। आगे की पढ़ाई वह डीयू के टॉप कॉलेज से इकोनॉमिक्स आनर्स की करना चाहते हैं। वह डीयू के एसआरसीसी या सेंट स्टीफन कालेज से पढ़ाई करना चाहते हैं।

सिर्फ दो महीने ट्यूशन

डीपीएस राजनगर से इंटरमीडिएट की पढ़ाई करने वाले नकुल ने बताया कि उन्होंने दो महीने ट्यूशन किया था। पढ़ाई के दौरान उनकी मां शिखर गुप्ता व व्यवसायी पिता नवीन प्रकाश गुप्ता प्रोत्साहित करते थे। नकुल ने बताया कि पैरेंट्स ने ज्यादा पढ़ाई करने के लिए कभी बाध्य नहीं किया। कई बार देर तक पढ़ाई करने के दौरान मां शिखर उन्हें खेलने के लिए भी प्रोत्साहित करती थीं। साहित्य पढ़ने का शौक

पढ़ाई के साथ-साथ नकुल की राजनीति में भी रुचि है। जब भी लोकसभा व राज्यसभा की कार्रवाई चलती है तो वह टीवी पर पूरा प्रसारण देखते हैं। इसके अलावा अंग्रेजी साहित्य पढ़ने का शौक है। घर में अंग्रेजी साहित्य की पुस्तकों की लाइब्रेरी बना रखी है। साइकिलिंग का है शौक

नकुल की खेल में उतनी रुचि नहीं है, लेकिन वह स्कूल में फुटबाल खेलते थे। शारीरिक और मानसिक रूप से तरोताजा और फिट रहने के लिए साइकिल चलाते हैं।


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