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सोशल मीडिया के सहारे चोरों पर आयकर विभाग की पैनी नजर

आयकर विभाग ने टैक्स डिफॉल्टर्स पर शिकंजा कसने की हर पहलू पर तैयारी शुरू कर दी है। ऐसे करीब 25 हजार से अधिक अकाउंट पर नजर रखने के साथ ही इनकी सूची तैयार कराई जा रही है। इन पर सोशल मीडिया के जरिये भी लोगों पर नजर रखी जा रही है। आयकर विभाग लोगों के फेसबुक ट्विटर इंस्टाग्राम या अन्य सोशल मीडिया हैंडल की निगरानी कर रहे हैं। ताकि उनकी आय से जुड़ी गोपनीय जानकारी या उनके खर्च के तौर-तरीकों पर नजर रखी जा सके। विदेशी दौरे की फोटो प्रोपर्टी वाहन क्रेडिट कार्ड व शेयर बाजार में लेन-देन पर भी विभाग निगाह रखे हुए है। महंगी खरीदारी के बाद अगर आप खुद को बड़ा दिखाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं तो संभल जाइये।

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 Jul 2019 07:31 PM (IST)Updated: Wed, 31 Jul 2019 06:22 AM (IST)
सोशल मीडिया के सहारे चोरों पर आयकर विभाग की पैनी नजर
सोशल मीडिया के सहारे चोरों पर आयकर विभाग की पैनी नजर

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : आयकर विभाग ने टैक्स डिफॉल्टर्स पर शिकंजा कसने की हर पहलू पर तैयारी शुरू कर दी है। ऐसे करीब 25 हजार से अधिक अकाउंट पर नजर रखने के साथ ही इनकी सूची तैयार कराई जा रही है। इन पर सोशल मीडिया के जरिये भी लोगों पर नजर रखी जा रही है। आयकर विभाग लोगों के फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम या अन्य सोशल मीडिया हैंडल की निगरानी कर रहे हैं। ताकि उनकी आय से जुड़ी गोपनीय जानकारी या उनके खर्च के तौर-तरीकों पर नजर रखी जा सके। विदेशी दौरे की फोटो, प्रॉपर्टी, वाहन, क्रेडिट कार्ड व शेयर बाजार में लेन-देन पर भी विभाग निगाह रखे हुए है।

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महंगी खरीदारी के बाद अगर आप खुद को बड़ा दिखाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं तो संभल जाइये। आयकर अधिकारी टैक्स न चुकाने और अधिक खर्च करने वाले लोगों की धरपकड़ के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेने जा रहे हैं। इंस्टाग्राम पर यदि आपने अपनी लग्जरी गाड़ी की फोटो डाली है, या फिर फेसबुक पर महंगी घड़ी की फोटो अपलोड की है, तो आयकर अधिकारी आपके घर का दरवाजा खटखटा सकते हैं। सोशल मीडिया पर लोगों की महंगी विदेश यात्रा या महंगी गाड़ियां दिखाने वाली फोटो पर नजर रखी जा रही है। देखा जा रहा है कि ये लोग अपना सही कर चुका रहे हैं या नहीं। सोशल मीडिया के अलावा टैक्स चोरी करने वालों पर शिकंजा कसने के लिए तकनीकी रूप से भी नजर रखी जा रही हैं। क्रेडिट कार्ड से खरीदारी करने वाले हों या फिर वाहन, प्रॉपर्टी और शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले भी आयकर विभाग के रडार पर हैं। फिलहाल करीब 25 हजार से अधिक ऐसे लोगों की सूची तैयार की गई है, जिनकी छानबीन जारी है।

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बढ़ गए करीब पौने दो लाख आयकरदाता

गत वित्तीय वर्ष के मुकाबले इस वित्तीय वर्ष में आय करदाताओं की संख्या में आशातीत वृद्धि हुई है। गत वर्ष 2018-19 में जहां 3,94,554 लाख आयकर दाता थे। वित्तीय वर्ष 2019-20 में यह बढ़कर 5,65,108 लाख आय करदाता हो गए हैं। इसके पीछे आयकर विभाग की ओर से मॉनीटरिग के तरीके में बदलाव और टैक्स चोरी करने वालों की लगातार मॉनीटरिग के साथ ही लोगों में जागरूकता भी बड़ी वजह रही है। इस वर्ष रिटर्न दाखिल करने की तिथि 31 जुलाई से बढ़ाकर 31 अगस्त कर दी गई है। टैक्स चोरों को पकड़ने के लिए आयकर विभाग पूरी तरह मुस्तैद है। सोशल मीडिया के जरिए भी आयकर चोरी करनेवालों पर नजर रखी जा रही है। एक जैसे पते, मोबाइल नंबर तथा ई-मेल जैसी सूचनाओं को जुटाकर एक से अधिक पैन रखने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इस तरह के पैन का पता लगाने के लिए नई तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। हमारा मकसद टैक्स मामले की खामियों को दूर करना और टैक्स चोरी को पकड़ना है।

- सीमा राज, प्रधान आयकर आयुक्त


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