कोरोनारोधी टीका लगवाने के नाम पर भांजी ने कराई भूमि की रजिस्ट्री
जागरण संवाददाता गाजियाबाद मसूरी कस्बा निवासी एक बुजुर्ग और बीमार व्यक्ति को कोरोनारोधी टीका लगवाने के नाम पर उन्हीं की साली की बेटी ने तहसील ले जाकर उनकी कृषि भूमि के दस्तावेज तैयार कराकर अपने पक्ष में रजिस्ट्री करा ली। दस्तावेजों में आरोपित महिला ने खुद को बुजुर्ग की बेटी दर्शाकर भूमि के दान संबंधी दस्तावेज तैयार कराकर यह धोखाधड़ी की है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : मसूरी कस्बा निवासी एक बुजुर्ग और बीमार व्यक्ति को कोरोनारोधी टीका लगवाने के नाम पर उन्हीं की साली की बेटी ने तहसील ले जाकर उनकी कृषि भूमि के दस्तावेज तैयार कराकर अपने पक्ष में रजिस्ट्री करा ली। दस्तावेजों में आरोपित महिला ने खुद को बुजुर्ग की बेटी दर्शाकर भूमि के दान संबंधी दस्तावेज तैयार कराकर यह धोखाधड़ी की है। बुजुर्ग को कई दिन बाद इसका पता पड़ोसियों से चला तो उन्होंने तहसील और सिहानी गेट पुलिस से शिकायत की। पुलिस की ओर से कार्रवाई न किए जाने पर पीड़ित ने एसएसपी से शिकायत की। एसएसपी के आदेश पर पुलिस ने तीन आरोपितों पर रिपोर्ट दर्ज की है।
मसूरी निवासी बुजुर्ग मुनाजर अली का कहना है कि वह बीमार रहते हैं। चलने-फिरने में असमर्थ हैं। तीन साल पूर्व पत्नी की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद से उनका भतीजा इरफान उनकी और उनकी कृषि भूमि की देखभाल करते हैं। अगस्त 2018 में इरफान घर पर नहीं थे। मुनाजर की तबियत खराब थी। इस दौरान उनकी साली की बेटी सुमय्या अपने पति खिलाफत अली और साथी शेरखान के साथ उनके घर पहुंची और कोरोनारोधी टीका लगवाने की बात कहकर सदर तहसील ले गई। यह सुमय्या ने उनकी कृषि भूमि मसूरी परगना खसरा संख्या 546, रकबा 0.5700 हेक्टेयर व खसरा संख्या-1693, रकबा 0.3410 हेक्टेयर का धोखे से रजिस्ट्रार कार्यालय ले जाकर दान पेपर और बैनामे के दस्तावेज तैयार कर रजिस्ट्री करा ली। इस रजिस्ट्री में शेरखान और खिलाफत गवाह बने। धोखाधड़ी का पता चलने के बाद उनके भतीजे ने रजिस्ट्रार कार्यालय में जाकर दाखिल-खारिज पर आपत्ति दाखिल की और थाने में शिकायत की। अब इस मामले में भतीजे ने उनकी तरफ से सिहानी गेट थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।