अवैध पार्किंग: कलक्ट्रेट के बाहर 50 रुपये में बिक रही सड़क
अभिषेक सिंह गाजियाबाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अवैध पार्किंग पर रोक लगाने के आदेश दिए
अभिषेक सिंह, गाजियाबाद
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अवैध पार्किंग पर रोक लगाने के आदेश दिए थे लेकिन इस आदेश का उल्लंघन कलक्ट्रेट के बाहर ही हो रहा है। यहां पर 50 रुपये प्रति कार के हिसाब से सड़क की सर्विस लेन बेची जा रही है। रोजाना 100 से अधिक कार यहां पर खड़ी होती हैं और अवैध पार्किंग से संचालक पांच हजार से अधिक की आमदनी कर रहा है। सुबह नौ से शाम छह बजे तक चलती है पार्किंग कलक्ट्रेट के बाहर पार्किंग के लिए मल्टीलेवल पार्किंग बनवाई गई है। इसके साथ ही कचहरी के सामने से मल्टीलेवल पार्किंग तक नाले के ऊपर वाहन खड़े करने के लिए ठेका जिलाधिकारी द्वारा छोड़ा गया है। यह ठेका आरके फर्म को दिया गया है। जिनसे सालाना 38 लाख रुपये लिए जाते हैं। लेकिन कलक्ट्रेट पर वाहनों की संख्या ज्यादा होने के कारण पार्किंग का कार्य देख रहे फर्म के कर्मचारी कचहरी से कलक्ट्रेट गेट तक सर्विस लेन पर वाहन खड़ा करवाते हैं, 50 रुपये प्रति कार के हिसाब से पर्ची काटकर वाहन चालक को थमाते हैं। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के सामने ऐसा होता है। डीआइजी ने लगवाया था नो पार्किग का बोर्ड सर्विस लेन पर अवैध पार्किंग न हो, इसके लिए डीआइजी अमित पाठक ने अपने कार्यकाल के दौरान यहां पर नो पार्किंग के बोर्ड लगवा दिए थे। यातायात पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई थी कि बोर्ड लगने के बावजूद अगर कोई व्यक्ति सर्विस लेन पर वाहन पार्क करे तो उसका चालान करें लेकिन ऐसा नहीं किया जाता है। यातायात पुलिसकर्मियों के सामने ही यहां पर कारें पार्क करवाकर उनसे शुल्क वसूला जाता है। बयान सर्विस लेन पर कारें खड़ी करने की अनुमति नहीं है। हम वहां पर वाहनों को पार्क नहीं करवाते हैं। अगर फर्म का कोई कर्मचारी वहां कार खड़ी करवाकर पर्ची काट रहा है तो यह गलत है, उनको ऐसा करने से रोका जाएगा।
- राशिद, पार्किंग ठेकेदार
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सर्विस लेन पर जो वाहन खड़े होते हैं, उनका चालान किया जाता है। यदि पार्किंग वाले ही सर्विस लेन पर वाहनों को पार्क करवा रहे हैं तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
- रामानंद कुशवाहा, पुलिस अधीक्षक यातायात