रंगाई फैक्ट्रियां पर हो कार्रवाई तो सुधरे भूजल स्तर
शहर की औद्योगिक क्षेत्र में चल रही रंगाई फैक्ट्रियों से निकलने वाला केमिकल युक्त पानी खाली प्लाटों में एकत्र होकर भूजल को दूषित कर रहा है। साथ ही इन रंगाई फैक्ट्रियों द्वारा किए जा रहे अत्यधिक जल दोहन से जलस्तर में गिरावट आ रही है। लोगों ने अधिकारियों से रंगाई फैक्ट्री संचालकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
संवाद सहयोगी, लोनी : शहर की औद्योगिक क्षेत्र में चल रही रंगाई फैक्ट्रियों से निकलने वाला केमिकल युक्त पानी खाली प्लाटों में एकत्र होकर भूजल को दूषित कर रहा है। साथ ही इन रंगाई फैक्ट्रियों द्वारा किए जा रहे अत्यधिक जल दोहन से जलस्तर में गिरावट आ रही है। लोगों ने अधिकारियों से रंगाई फैक्ट्री संचालकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
क्षेत्र में गिरता भूजल स्तर लोगों की परेशानी का सबब बन चुका है। शहर की रूप नगर, ट्रॉनिका सिटी, आर्य नगर औद्योगिक क्षेत्र समेत रिहायशी कालोनियों में बड़ी संख्या में जींस रंगाई की फैक्ट्रियां स्थापित हुई हैं। आरोप है कि इन फैक्ट्रियों द्वारा बड़ी मात्रा में जल का दोहन किया जाता है। जिससे क्षेत्र के भूजल स्तर में गिरावट हो रही है। साथ ही क्षेत्र में संचालित होने वाली रंगाई फैक्ट्री द्वारा केमिकल युक्त पानी को बिना संशोधित किए नाली और खाली प्लाटों में छोड़ा जा रहा है। इसके चलते भूजल प्रदूषित हो रहा है। लोगों ने अधिकारियों से रंगाई की फैक्ट्रियों पर कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
उपजिलाधिकारी खालिद अंजुम ने बताया कि शहर में भूजल स्तर का गिरना और प्रदूषित होना गंभीर विषय है। उन्होंने बताया कि एक टीम का गठन कर रंगाई फैक्ट्रियों को चिह्नित किया जा रहा है। जल्द ही प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।