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15 दिन में कैसे बन गई अधूरी बिल्डिग, जवाब दें प्रवर्तन प्रभारी

विवेक त्यागी गाजियाबाद प्रवर्तन जोन-सात यानि सूर्यनगर चंद्रनगर ब्रिज विहार रामप्रस्थ लाजपत नगर राजेंद्र नगर राघेश्याम पार्क श्याम पार्क शालीमार गार्डन एक्सटेंशन-दो व गणेशपुरी क्षेत्र में अवैध निर्माण की सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिन-रात इतनी तेज गति से अवैध निर्माण हो रहा है बड़े-बड़े ठेकेदारों व बिल्डरों की नींद उड़ गई है। 60 राधेश्याम पार्क में बन रही बिल्डिग जो 15 दिन पहले अधूरी थी 15 दिन बाद ही वह बनकर पजेशन के लिए तैयार हो गई है। इतनी तेज गति से हुए अवैध निर्माण पर सभी लोग दंग है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 31 Jul 2021 10:01 PM (IST)Updated: Sat, 31 Jul 2021 10:01 PM (IST)
15 दिन में कैसे बन गई अधूरी बिल्डिग, जवाब दें प्रवर्तन प्रभारी
15 दिन में कैसे बन गई अधूरी बिल्डिग, जवाब दें प्रवर्तन प्रभारी

विवेक त्यागी, गाजियाबाद : प्रवर्तन जोन-सात यानि सूर्यनगर, चंद्रनगर, ब्रिज विहार, रामप्रस्थ, लाजपत नगर, राजेंद्र नगर, राघेश्याम पार्क, श्याम पार्क, शालीमार गार्डन एक्सटेंशन-दो व गणेशपुरी क्षेत्र में अवैध निर्माण की सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिन-रात इतनी तेज गति से अवैध निर्माण हो रहा है बड़े-बड़े ठेकेदारों व बिल्डरों की नींद उड़ गई है। 60, राधेश्याम पार्क में बन रही बिल्डिग जो 15 दिन पहले अधूरी थी, 15 दिन बाद ही वह बनकर पजेशन के लिए तैयार हो गई है। इतनी तेज गति से हुए अवैध निर्माण पर सभी लोग दंग है।

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जीडीए अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लिया है। जीडीए सचिव संतोष कुमार राय ने जोन सात के प्रवर्तन प्रभारी आलोक रंजन सिंह को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने कहा कि अवैध निर्माण आखिर 15 दिन में कैसे पूरा हुआ और प्रवर्तन अनुभाग ने क्या कार्रवाई की। स्पष्टीकरण न देने पर उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को संस्तुति करने की चेतावनी भी दी गई है। जीडीए सचिव ने नोडल अधिकारी प्रवर्तन सीपी त्रिपाठी को निर्देश दिए है कि उक्त प्रकरण में स्पष्टीकरण मिलने के बाद जांच रिपोर्ट पेश करें। मालूम हो कि जोन-सात का प्रवर्तन प्रभारी बनने के बाद से आलोक रंजन सिंह लगातार चर्चाओं में हैं। इससे पहले उनके प्रभारी बनते ही जोन-सात में 14 दिन में 39 अवैध छत पड़ने के मामले ने तूल पकड़ा था। मामला वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आया तो सीलिग कर मामले को दबाने का प्रयास किया गया। वह मामला अभी ठंडा नहीं हुआ था कि अब नया मामला सामने आ गया। वर्जन..

अवैध निर्माण कतई बर्दाश्त नहीं होगा। 15 दिन में अवैध निर्माण पूरा होने के मामले में नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। जवाब मिलने के बाद जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

-संतोष कुमार राय, जीडीए सचिव।


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