संशोधित---- होटलकर्मी की गला घोंटकर हत्या, विज्ञापन बोर्ड के एंगल पर लटकाया शव
वैशाली सेक्टर-एक में बुधवार सुबह 41वीं पीएसी बटालियन के पास एक होलटकर्मी की गला घोटकर हत्या कर दी गई। हत्या के बाद शव को विज्ञापन बोर्ड के लिए लगे एंगल में मफलर से फांसी पर लटका दिया। कुछ ही दूरी पर होटलकर्मी की स्कूटी मिली। स्कूटी नंबर से पुलिस ने परिजनों का पता निकाला और सूचना दी। परिजनों ने अज्ञात पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। मृतक का मोबाइल गायब है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला घोटकर हत्या करने की पुष्टि हुई है। पुलिस घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने में जुटी है।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद :
वैशाली सेक्टर-एक में बुधवार सुबह 41वीं पीएसी बटालियन के पास एक होटलकर्मी की गला घोंटकर हत्या कर दी गई। हत्या के बाद शव को विज्ञापन बोर्ड के लिए लगे एंगल में मफलर से फांसी पर लटका दिया। कुछ ही दूरी पर होटलकर्मी की स्कूटी मिली। स्कूटी नंबर से पुलिस ने परिजनों का पता निकाला और सूचना दी। परिजनों ने अज्ञात पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। मृतक का मोबाइल गायब है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला घोंटकर हत्या करने की पुष्टि हुई है। पुलिस घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने में जुटी है।
वैशाली सेक्टर-एक में बुधवार सुबह करीब सात बजे पीएसी परिसर के पड़ोस में बने ऑटो गैराज के पास एक युवक का शव मिला। मृतक का गला चार फीट की ऊंचाई पर लगे विज्ञापन बोर्ड के एंगल में मफलर से कसा हुआ था। पुलिस को मौके से एक स्कूटी मिली। पुलिस ने स्कूटी नंबर की डिटेल्स निकाली। इसके बाद बाद परिजनों से संपर्क किया। मृतक की पहचान विवेक तोमर निवासी गांव जोहड़ी, जिला बागपत के रूप में हुई। विवेक नोएडा सेक्टर-62 स्थित पार्क एसेंट होटल में कार्यरत थे। विवेक होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर डेढ़ साल से यहां नौकरी कर रहे थे। बाद में इंदिरापुरम पुलिस को स्कूटी से विवेक का पर्स और पहचान पत्र भी मिला, लेकिन मोबाइल अभी तक नहीं मिला है। विवेक के हाथ और चेहरे पर चोट के निशान थे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
------
हत्या की रिपोर्ट दर्ज, जांच शुरू :
पुलिस के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आया है कि विवेक की हत्या गला घोंटकर की गई है। वहीं, परिजनों ने इंदिरापुरम थाने में अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। विवेक के चाचा सुनील कुमार ने बताया कि विवेक ने मेरठ के कुछ लोगों को रुपये दिए थे, जो रुपये वापस नहीं कर रहे हैं। परिजन उन युवकों पर हत्या की आशंका जता रहे हैं। परिजनों का कहना है कि विवेक अपने एक दोस्त के साथ नोएडा या गाजियाबाद में किराये के मकान में रहते थे। परिजन विवेक के दोस्त को नहीं जानते हैं। उनके पास किराये के घर का पता भी नहीं है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं, पुलिस इसे आत्महत्या भी कह रही है।
-------
आखिरी बात मां से की थी बात: विवेक मंगलवार को बागपत स्थित अपने गांव गए थे। दोपहर डेढ़ बजे वह वहां से लौटे थे। शाम 5:30 बजे विवेक ने मां को कॉल कर बताया था कि वह पहुंच गए हैं। आखिरी बार मां से बस इतनी ही बात हुई थी। परिजनों के मुताबिक विवेक के पिता की डेढ़ साल पहले हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। विवेक ने नौकरी कर परिवार संभाला। विवेक का एक छोटा भाई अश्विन (24) है। हाल ही में अश्विन की भी एक निजी कंपनी में नौकरी लगी। अब परिवार में अश्विन और उनकी मां नीलम बचे। विवेक की मौत की सूचना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
----------
हत्या की ओर इशारा कर रहे ये तथ्य :
- विवेक की स्कूटी टूटी है, आशंका है कि प्ला¨नग के तहत उसपर हमला किया गया और हत्या कर शव टांग दिया गया।
- मौके से विवेक का मोबाइल बरामद नहीं हुआ है। पुलिस को शक है कि मोबाइल हत्यारे अपने साथ ले गए हैं।
- गला एंगल से मफलर से कसा हुआ था, संभव है कि किसी ने गले को टाइट बांधा हो।
- हाथ और चेहरे पर चोट के निशान मिले हैं, शक है कि हत्या से पहले उनसे मारपीट की गई थी।
- रुपये वापस मांगने पर मेरठ निवासी युवकों से था विवाद, पुलिस उन्हीं पर शक जता रही है।
---------
बयान :
परिजनों की शिकायत पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। परिजन जिन लोगों पर हत्या करने की आशंका जता रहे हैं। उन सभी से जल्द ही पूछताछ की जाएगी। मृतक का मोबाइल मौके से नहीं मिला था। केवल स्कूटी और पर्स मिला था।- श्लोक कुमार, एसपी सिटी