हॉकी स्टेडियम संवारने को कोई संस्था तैयार नहीं
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : लाल बहादुर शास्त्री हॉकी स्टेडियम को संवारने का काम फिलहाल नहीं हो पाएग
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : लाल बहादुर शास्त्री हॉकी स्टेडियम को संवारने का काम फिलहाल नहीं हो पाएगा। जीडीए ने पीपीपी मॉडल पर इस कार्य के लिए निजी संस्थाओं से आवेदन मांगे थे। एक भी संस्था ने आवेदन नहीं किए। जीडीए अधिकारियों की मानें तो इस खेल में युवाओं की रुचि कम है। कोई संस्था निवेश नहीं करना चाहती।
जीडीए ने हॉकी को प्रमोट करने के लिए 1994 में शास्त्री नगर में करीब तीन एकड़ जमीन पर लाल बहादुर शास्त्री हॉकी स्टेडियम का निर्माण कराया था। तब प्राधिकरण की ओर से खिलाड़ियों के लिए हर प्रकार की सुविधाएं मुहैया कराई गई थी। हॉकी में युवाओं की कम होती रुचि के कारण स्टेडियम पर जीडीए का ध्यान कम हो गया। धीरे-धीरे स्टेडियम की हालत बदतर होती चली गई। अब जीडीए ने स्टेडियम को नये सिरे से विकसित करने और सुविधाएं बढ़ाने के लिए पीपीपी मॉडल पर निजी संस्थाओं से आदेवन मांगे। 21 मई तक आवेदन स्वीकार्य थे। एक भी संस्था ने आवेदन नहीं किया। को¨चग का जिम्मा भी निजी संस्था को दिया जाना था।
दस साल से नहीं हुई कोई प्रतियोगिता
इस हॉकी स्टेडियम को बने हुए 24 साल हो गए। अब तक राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय प्रतियोगिता आयोजित नहीं हुई। 2008 तक जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ। पिछले 10 सालों से जिला स्तर की भी कोई हॉकी प्रतियोगिता आयोजित नहीं हुई है।
---
हॉकी स्टेडियम को विकसित कराने के लिए प्रयास किए थे। निजी संस्थाओं ने रुचि नहीं दिखाई। अब दोबारा से प्रयास किए जाएंगे।
-संतोष कुमार राय, सचिव, जीडीए