गाजियाबाद के ग्राम पंचायतों में बनेंगे शॉपिंग मॉल, किराए की धनराशि से होंगे विकास कार्य
गाजियाबाद जिला प्रशासन आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत ग्राम पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शॉपिंग मॉल बनाने की योजना बना रहा है। इसके लिए जमीन की तलाश जारी है। शहर से सटी ग्राम पंचायत में मॉडल शॉपिंग मॉल बनेगा, जहाँ दुकानें स्थानीय लोगों को दी जाएंगी। दुकानों के किराए से होने वाली आय ग्राम पंचायत के विकास कार्यों में उपयोग की जाएगी।

गाजियाबाद में शॉपिंग मॉल की कमाई से होंगे गांवों में विकास कार्य।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। केंद्र सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत को भी आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में जिला प्रशासन ने कार्य शुरू किया है। इसी कड़ी में अब ग्राम पंचायतों के अंदर शापिंग माल बनाने की तैयारी है, इसके लिए जमीन की तलाश शुरू कर दी गई है। जमीन मिलने के बाद ग्राम पंचायत में माल बनाने का कार्य शुरू कराया जाएगा।
गाजियाबाद जिले का तेजी से शहरीकरण हो रहा है। वर्तमान में जिले में कुल 142 ग्राम पंचायतें हैं। इन ग्राम पंचायतों में रहने वाले लोग खरीदारी के लिए बाहर न जाएं, बल्कि ग्राम पंचायत में ही शापिंग माल के अंदर ही आकर खरीदार करें, इस तरह की योजना तैयार की जा रही है। माडल के रूप में पहले जिले की शहर से सटी किसी एक ग्राम पंचायत में शापिंग माल बनाया जाएगा।
इसके अंदर दुकानें होंगी, जिनको ग्राम पंचायत की सहमति के आधार पर ग्राम पंचायत में रहने वाले लोगों को संचालन के लिए दिया जाएगा। दुकानों का किराया ग्राम पंचायत के विकास कार्य में खर्च किया जाएगा, इससे बुनियादी सुविधाओं के लिए आर्थिक परेशानी से छुटकारा मिलेगा।
जिला पंचायत राज अधिकारी जाहिद हुसैन ने बताया कि इस तरह की पहल उन्होंने रामपुर में की थी, वहां पर एक ग्राम पंचायत में शापिंग माल बनाया गया है। जो वर्तमान में संचालित है, माल के अंदर 43 दुकानें संचालित हैं। दुकानों के किराए से ग्राम पंचायत में विकास कार्य होते हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।