13 साल का इंतजार होगा खत्म, आवंटियों नए साल में मिलेगा भूखंडों पर कब्जा
जागरण संवाददाता गाजियाबाद मधुबन-बापूधाम योजना में भूखंड आवंटित होने के बाद भी 13 साल से
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद :
मधुबन-बापूधाम योजना में भूखंड आवंटित होने के बाद भी 13 साल से कब्जा न मिलने से परेशान डेढ़ हजार से ज्यादा आवंटियों के लिए खुशखबरी है। योजना में नियोजित तरीके से विकास कार्य पूरे कराकर जीडीए आवंटियों को नए साल के मौके पर भूखंडों का कब्जा देगा।
जीडीए के मुख्य अभियंता राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि मधुबन-बापूधाम में युद्धस्तर पर सड़कें बनाने का काम चल रहा है। सीवर व पानी की पाइप लाइन डालने व नालियों के निर्माण के लिए टेंडर आमंत्रित किए जा चुके हैं। जल्द ही तकनीकी व फाइनेंशियल बिड खोलकर टेंडर आवंटित कर कार्य शुरू कराए जाएंगे। सीवर व पानी की पाइप लाइन डालने व नालियों के निर्माण का कार्य चार-पांच माह में पूरा करा दिया जाएगा। इसके बाद पैमाइश कराकर साइट प्लाट तैयार आवंटियों को भूखंड नंबर से हिसाब से आवंटित भूखंड पर कब्जा दे दिया जाएगा।
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- यह है परेशानी -
जीडीए ने मधुबन-बापूधाम में भूखंडों की योजना सबसे पहले वर्ष 2009 में निकाली थी। उसके बाद तीन बार और स्कीम निकालकर डेढ़ हजार से ज्यादा लोगों को भूखंड का आवंटन किया गया। सफल आवंटी बैंक के ऋण लेकर व परिचितों से उधार लेकर जीडीए को पूरी रकम का भुगतान कर चुके हैं और रजिस्ट्री भी अपने पक्ष में करा चुके हैं लेकिन मौके पर भूखंड का कब्जा लेने का इंतजार आज तक कर रहे हैं।
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- प्राधिकरण को आर्थिक तंगी से उबारने में अहम साबित होगी योजना -
वर्तमान में जीडीए आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा है। जीडीए को आर्थिक तंगी से उबारने के लिए मधुबन-बापूधाम योजना अहम साबित होगी। प्राधिकरण के पास यहां करीब पांच हजार करोड़ की संपत्ति है। योजना में विकास कार्य शुरू होने से जीडीए को यहां की संपत्ति बेचकर उपरोक्त धनराशि मिलेगी, जिससे शहर की विकास रफ्तार को तेज करने में मदद मिलेगी।