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कूड़ा घरों में ही मशीनों से बनाई जाएगी खाद

गाजियाबाद में डं¨पग ग्राउंड के एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आने के बाद आवास विकास परिषद (आविप) ने कूड़ा निस्तारण की तैयारी शुरू कर दी है। आविप की सिद्धार्थ विहार योजना में कूड़ा इकट्ठा करने के लिए न सिर्फ कूड़ाघर बनाए जाएंगें बल्कि यहां कूड़े का निस्तारण कर इससे खाद भी बनाई जाएगी। अधिकारियों ने छह कूड़ाघर का प्रस्ताव तैयार किया है। इनमें से चार कूड़ाघरों में कूड़े से खाद बनाने वाली मशीनें लगाई जाएंगीं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Dec 2018 08:57 PM (IST)Updated: Sun, 16 Dec 2018 08:57 PM (IST)
कूड़ा घरों में ही मशीनों से बनाई जाएगी खाद
कूड़ा घरों में ही मशीनों से बनाई जाएगी खाद

जागरण संवाददाता, वसुंधरा: गाजियाबाद में डं¨पग ग्राउंड एक बड़ी समस्या के रूप में सामने है। आविप ने कूड़ा निस्तारण की तैयारी शुरू कर दी है।

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यहां पर अभी तक डं¨पग ग्राउंड न होने के चलते सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट बड़ी समस्या बना हुआ है। आविप की सिद्धार्थ विहार योजना के पास ही प्रताप विहार के मैदान में लंबे समय से कूड़ा डंप किया जा रहा था। प्रदेश स्तरीय कमेटी ने 31 दिसंबर से यहां कूड़ा डालने पर रोक लगा दी है। ऐसे में कूड़ा डं¨पग फिर एक बड़ी समस्या बन जाएगा। पूर्व में सिर्फ छह कूड़ाघर बनाने का प्रस्ताव था लेकिन अब इनमें कूड़ा निस्तारण भी किया जाएगा। वर्तमान में सिद्धार्थ विहार में करीब चार हजार परिवार रह रहे हैं। जल्द ही यहां निजी बिल्डरों की ग्रुप हाउ¨सग और आविप की भी कई योजनाएं आने वाली हैं। वर्तमान में एक निजी एजेंसी ही सिद्धार्थ विहार के फ्लैटधारकों से कूड़ा इकट्ठा करती है और उसका निस्तारण नगर निगम के माध्यम से करती है। छह स्थानों पर बनेंगे कूड़ाघर: आविप के प्रस्ताव के अनुसार सिद्धार्थ विहार में छह कूड़ा घर बनाए जाएंगें जो पूरी तरह कवर्ड होंगें। एक कूड़ाघर का क्षेत्रफल 150 वर्गमीटर रहेगा। शुरुआत में किन्ही चार कूड़ाघरों पर खाद बनाने वाली मशीन लगाई जाएगी। बाद में अन्य कूड़ाघरों पर भी मशीन लगेगी। खाद लगाने वाली एक मशीन की कीमत करीब 25 लाख रुपये आएगी। चार मशीनों के लिए करीब एक करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। कूड़ाघर बनने का लाभ यह होगा कि वर्तमान में सिद्धार्थ विहार के खाली प्लॉटों पर बनी अवैध लैंडफिल साइट रुक सकेंगीं। साथ ही कूड़े का प्रबंधन हो सकेगा। खाद से हरे होंगे योजना के पार्क: हर कूड़ाघर को दो भागों में बांटा जाएगा। एक भाग गीले कूड़े (बायो डीग्रेडेबल) के लिए रहेगा जबकि दूसरा भाग सूखे कूड़े ( नॉन बायो डीग्रेडेबल) के लिए रहेगा। गीले कूड़े वाले हिस्से की ओर खाद बनाने वाली मशीन लगाई जाएगी। जबकि दूसरे हिस्से से निकलने वाली पॉलीथिन आदि को रिसाइकिल के लिए भेजा जाएगा। कूड़े से बनने वाली खाद का उपयोग आवास विकास परिषद पार्को में करेगा। इससे कूड़े से हरियाली फैल सकेगी।

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कूड़ा निस्तारण के लिए कूड़ाघर बनाने के साथ अपशिष्ट के निस्तारण की तैयारी कर ली गई है। जल्द ही कूड़ाघरों का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। इससे कूड़ा निस्तारण की समस्या पूरी तरह खत्म हो जाएगी।- अतुल कुमार ¨सह, अधिशासी अभियंता, आवास विकास परिषद


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