बारूद के ढेर पर चार स्थान.. कहीं हो न जाए बड़ा हादसा
अजय सक्सेना लोनी असालतपुर फर्रुखनगर गांव के अलावा क्षेत्र के चार स्थान बारूद के ढेर पर हैं।
अजय सक्सेना, लोनी : असालतपुर फर्रुखनगर गांव के अलावा क्षेत्र के चार स्थान बारूद के ढेर पर हैं। जहां छोटी सी लापरवाही से बड़ा हादसा होने की आशंका बनी हुई है। सूत्र बताते हैं कि प्रशासन से छिपाकर क्षेत्र में चार स्थानों पर चोरी छिपे पटाखे बनाने का कारोबार जारी है। मोदीनगर की घटना के बाद लोगों में पटाखा फैक्ट्रियों के होने से भय है।
असालतपुर फर्रुखनगर गांव की पटाखा फैक्ट्रियों में पांच वर्ष के दौरान दो बड़े हादसे हो चुके हैं। इन हादसों में छह पटाखा कारीगरों की जान जा चुकी है। हादसों के बाद प्रशासन ने सख्ती कर फर्रुखनगर गांव स्थित पटाखा फैक्ट्रियों, गोदामों और दुकानों को बंद करा दिया था। सख्ती के चलते कुछ पटाखा फैक्ट्री संचालकों ने मोदीनगर और बागपत में काम शुरू कर दिया है। जबकि कुछ पटाखा कारोबारी लोनी में विभिन्न स्थानों पर पटाखे बनाने का काम कर रहे हैं। पटाखों की इन फैक्ट्रियों से प्रशासन अंजान है। लोगों का मानना है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो लोनी क्षेत्र में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। यहां संचालित हो रही फैक्ट्रियां: सूत्र बताते हैं कि प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर पटाखा कारोबारी जावली-रिस्तल रोड, गढ़ी सब्लू गांव के जंगल, राशिद अली गेट और राजपुर गांव के पास पटाखा फैक्ट्री संचालित कर रहे हैं। हालांकि मोदीनगर के बखरवा गांव में हुए हादसे के बाद काम बंद है। लेकिन कारोबार में लगे रुपये को वापस निकालने के लिए जल्द कार्य शुरू किया जाएगा। लोनी ब्लॉक के कुछ स्थानों पर पटाखों का कारोबार होने की जानकारी मिली है। सभी स्थानों की जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी।
- खालिद अंजुम, उपजिलाधिकारी