स्कूली बसों के स्थलीय निरीक्षण में मिलीं खामियां, नोटिस जारी
संभागीय परिवहन विभाग की ओर से दो मार्च तक जनपद में स्कूली बसों के स्थलीय निरीक्षण किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान सौ से अधिक बसों में खामियां मिली है। इसके लिए स्कूलों को नोटिस देते हुए बसों को मानकों के अनुरूप संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं। जिले में विभिन्न स्कूलों में करीब 1500 स्कूली बसें संचालित हो रही हैं। एआरटीओ प्रवर्तन टीम ने अभी तक 1043 बसों का भौतिक परीक्षण किया जा चुका है। इनमें करीब 60 बसों में प्रत्येक सीट पर सीट बेल्ट 25 में सीसीटीवी कैमरे 10 से 15 स्कूली बसों में जीपीएस लगा हुआ नहीं मिला। इसे दुरुस्त कराने के लिए स्कूल ट्रांसपोर्ट प्रभारी व प्रधानाचार्यों को कार्यालय परिवहन आयुक्त के
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : संभागीय परिवहन विभाग की ओर से दो मार्च तक जनपद में स्कूली बसों के स्थलीय निरीक्षण किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान सौ से अधिक बसों में खामियां मिली है। इसके लिए स्कूलों को नोटिस देते हुए बसों को मानकों के अनुरूप संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं।
जिले में विभिन्न स्कूलों में करीब 1500 स्कूली बसें संचालित हो रही हैं। एआरटीओ प्रवर्तन टीम ने अभी तक 1043 बसों का भौतिक परीक्षण किया जा चुका है। इनमें करीब 60 बसों में प्रत्येक सीट पर सीट बेल्ट, 25 में सीसीटीवी कैमरे, 10 से 15 स्कूली बसों में जीपीएस लगा हुआ नहीं मिला। इसे दुरुस्त कराने के लिए स्कूल ट्रांसपोर्ट प्रभारी व प्रधानाचार्यो को कार्यालय परिवहन आयुक्त के द्वारा जारी की गई गाइडलाइन के मुताबिक स्कूली बस मानक के अनुरूप न मिलने पर नोटिस जारी किए गए। बसों में मिल रही खामियों को इंगित करते हुए एक सप्ताह में कमियों को दुरुस्त कर संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) परिवहन कार्यालय गाजियाबाद के समक्ष निरीक्षण के लिए भेजने को कहा गया है। स्थलीय निरीक्षण के दौरान एआरटीओ प्रवर्तन राकेंद्र कुमार सिंह व राजेश कुमार सिंह टीम के साथ स्थलीय निरीक्षण में शामिल रहे। उन्होंने बताया कि यह अभियान 2 मार्च तक जारी रहेगा।
स्कूलों के स्थलीय निरीक्षण के लिए अभियान चलाया जा रहा है, जो मार्च तक चलेगा। गाजियाबाद में 1500 से अधिक स्कूली बसों का स्थलीय व भौतिक निरीक्षण कराया जा रहा है, जिसमें से एक हजार से अधिक बसों का निरीक्षण किया जा चुका है। कमियां मिलने पर ट्रांसपोर्ट प्रभारी व स्कूल प्रधानाचार्याें को नोटिस जारी किया गया है।
- विजय कुमार सिंह, आरटीओ प्रवर्तन