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लोनी की इकराम नगर कॉलोनी में आग से फटा सिलेंडर, तीन मंजिला मकान ढहा, महिला की मौत

कोतवाली इलाके की इकरामनगर कॉलोनी में बुधवार रात आग लगने से गैस सिलेंडर फट गया, जिससे दो मंजिला मकान गिर गया। मकान में महिला की दबकर मौत हो गई। आग बुझाने के दौरान दूसरा गैस सिलेंडर फट गया। हादसे में दमकलकर्मी समेत 15 से अधिक लोग घायल हो गए। सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मकान के भूतल पर बिस्किट बनाने के फैक्ट्री में शार्ट-सर्किट से आग लगी थी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 31 Jan 2019 09:37 PM (IST)Updated: Thu, 31 Jan 2019 09:37 PM (IST)
लोनी की इकराम नगर कॉलोनी में आग से फटा सिलेंडर, तीन मंजिला मकान ढहा, महिला की मौत
लोनी की इकराम नगर कॉलोनी में आग से फटा सिलेंडर, तीन मंजिला मकान ढहा, महिला की मौत

संवाद सहयोगी, लोनी (गाजियाबाद): कोतवाली इलाके की इकराम नगर कॉलोनी में बुधवार रात बेकरी में आग लगने से गैस सिलेंडर फट गया, जिससे तीन मंजिला मकान ढह गया। मलबे में दबकर एक महिला की मौत हो गई। आग बुझाने के दौरान दूसरा गैस सिलेंडर फट गया। आग लगने और मकान ढहने के चलते 15 लोग झुलसने के साथ घायल हो गए। सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दमकल विभाग आग लगने का कारण शॉट सर्किट मान रहा है।

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इकराम नगर कॉलोनी में नवील अपनी पत्नी फातिमा (37) और चार बच्चों के साथ रहते हैं। नवील मकान के भूतल पर बिस्किट बनाने की बेकरी चलाते हैं। मकान के प्रथम पल पर नवील का परिवार रहता है। दूसरी मंजिल पर नवील के भाई वसीम और नदीम रहते थे। बुधवार रात करीब डेढ़ बजे बेकरी में अचानक आग लग गई। ऊपर के कमरे में धुआं भर गया। फातिमा और बच्चों का दम घुटने लगा। नवील किसी तरह मकान से बाहर आए और उन्होंने शोर मचाया। आसपास के लोग एकत्र हो गए। उनकी पत्नी और बच्चे पहली मंजिल पर फंसे थे।

जान देकर मां ने बचा ली बच्चों की जान

नीचे से मकान में आग लगी हुई थी। ऊपर परिवार फंसा हुआ था। लोग चादर लेकर नीचे खड़े थे। फातिमा ने एक-एक अपने कर अपने बच्चों को नीचे चादर पर फेंक दिया। लोग फातिमा को भी कूदने के लिए कह रहे थे, लेकिन वह गर्भवती थीं। नदीम व वसीम भी नीचे कूद गए। फातिमा नहीं कूद सकीं। धुएं की वजह से उनका दम घुट रहा था। इसी बीच फातिमा बेहोश होकर गिर गईं। स्थानीय लोग पुलिस और दमकल विभाग को सूचना देने के साथ सबमर्सिबल से आग बुझाने में जुटे थे।

सिलेंडर फटने से ढह गया मकान

दमकलकर्मियों के मुताबिक बेकरी में गैस के तीन सिलेंडर रखे हुए थे। फातिमा पहली मंजिल पर बेहोश पड़ी थीं। पूरा परिवार नीचे तड़प रहा था। इसी बीच फैक्ट्री में रखा एक गैस सिलेंडर तेज धमाके के साथ फट गया। इससे तीन मंजिला मकान ढह गया। फातिमा मलबे के नीचे दब गईं। सिलेंडर के धमाके से निकली लपटों से नवील का परिवार और अन्य लोग बुरी तरह झुलस गए। मदद के लिए आए कुछ लोग मलबा गिरने से घायल हो गए। नवील और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। नवील ने कहा कि वह बेबस हैं कि अपनी पत्नी और होने वाले बच्चे को नहीं बचा सके।

आग बुझाने के दौरान फटा दूसरा सिलेंडर, दमकलकर्मी घायल

मुख्य अग्निशमन अधिकारी सुनील कुमार ¨सह ने बताया कि रात करीब पौने दो बजे आग लगने के बाद मकान गिरने की सूचना मिली थी। लोनी से एक दमकल तुरंत मौके पर पहुंच गई। दो दमकल साहिबाबाद से भेजी गईं। दमकलकर्मी आग बुझाने के साथ मलबा हटाने का काम कर रहे थे। इस बीच दूसरा गैस सिलेंडर तेज धमाके के साथ फट गया। इस दौरान मलबा उछलकर लोगों पर जा गिरा, जिससे लोग घायल हो गए। वहीं, फातिमा को निकालने के लिए मलबा हटा रहे ली¨डग फायरमैन रघुनाथ प्रजापति गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं, ली¨डग फायरमैन धर्मेंद्र कुमार को भी गुम चोटें आईं। रघुनाथ को नोएडा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनके पैर में गंभीर चोटें आईं हैं।

एनडीआरएफ ने निकाला शव

आग लगने के बाद इमारत गिरने की सूचना पर रात करीब साढ़े तीन बजे नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) की टीम मौके पर पहुंची। तड़के 4:22 बजे एनडीआरएफ की टीम ने फातिमा को मलबे के नीचे से निकाला। तब तक फातिमा की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने फातिमा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

घायलों का दिल्ली में चल रहा इलाज

पुलिस ने हादसे में घायल नवील, उनकी बेटियां- अलीशा (7), आयशा (एक), आयना (5) और बेटे साकिब (9) को दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया है। पीड़ित परिवार को बचाने के दौरान नवील के भाई नदीम व वसीम और पड़ोस में रहने वाले कासिम, शहजाद, गुलजार, जाहिद, मुमतियाज व कुछ अन्य लोग मामूली रूप भी घायल हो गए थे। उनका भी जीटीबी अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय विधायक नंदकिशोर गुर्जर, नगर पालिका चेयरमैन रंजीता धामा, बसपा नेता ईश्वर मावी घटना स्थल पर पहुंचे। पालिका चेयरमैन ने मृतका के परिजनों की उपचार के लिए 31 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी है। शार्ट-सर्किट से फैक्ट्री में आग लगी थी। गैस सिलेंडर में धमाके से आग फैली और मकान गिर गया। दो घंटे में आग बुझा दी गई थी, लेकिन सुबह तक राहत और बचाव कार्य जारी रहा।

- सुनील कुमार ¨सह, मुख्य अग्निशमन अधिकारी


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