किसानों ने तहसील में मनाई दीपावली
जागरण संवाददाता मोदीनगर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे से प्रभावित किसान दीपावली और गोवर्धन पर भी घ
जागरण संवाददाता, मोदीनगर:
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे से प्रभावित किसान दीपावली और गोवर्धन पर भी घर नहीं गए। उन्होंने इन त्योहारों को तहसील में धरनास्थल पर ही मनाया और प्रशासन को चेताया कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी, वे घर नहीं जाएंगे। किसानों ने आगे के आंदोलन की रणनीति भी तय की। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे से प्रभावित किसान पिछले सवा माह से तहसील परिसर में धरना दे रहे हैं। किसान एक्सप्रेस-वे में अधिगृहीत हुई जमीन का एक समान मुआवजा मांग रहे हैं। अपनी पूर्व घोषणा के मुताबिक, किसान शनिवार को दीपावली पर भी घर नहीं गए।
उन्होंने उदास मन से वहीं पर त्योहार मनाया व एक दूसरे को दीपावली की बधाई दी और भगवान राम से किसानों की मांग पूरी होने की कामना की। इसके एक दिन बाद यानी रविवार को गोवर्धन पर्व भी किसानों ने तहसील परिसर में ही मनाया। मुख्य द्वार के सामने महिलाओं ने गोवर्धन महाराज की स्थापना की और दोपहर को पूजा कर भगवान से किसानों की मांग पूरी कराने के साथ ही सरकार और प्रशासन को सदबुद्धि देने की प्रार्थना की।
किसानों को संबोधित करते हुए पूर्व जिला पंचायत सदस्य डॉ. बबली गुर्जर ने कहा कि दीपावली और गोवर्धन हिदूओं का सबसे बड़ा पर्व है। इसके बावजूद किसान घर नहीं गए। इसलिए प्रशासन समझ ले कि किसान हर स्तर की लड़ाई के लिए तैयार है। या तो किसानों की मांग पूरी हो जाए। अन्यथा जल्द ही उग्र आंदोलन होगा। किसान नेता सतीश राठी ने कहा कि प्रशासन के पास अब थोड़ा समय बचा है। या तो किसानों की मांग पूरी हो जाए।
अन्यथा सरकारी दफ्तरों में बैठना अधिकारियों का बंद कर दिया जाएगा। इस मौके पर महिलाओं ने क्रमिक अनशन पर बैठकर सरकार और प्रशासन को जगाने के लिए विरोध जताया। महिलाओं ने पारंपरिक गीत गाकर गोवर्धन महाराज की पूजा की। इस मौके पर दलबीर सिंह, हाजी अलताफ, सुखबीर सिंह, मुस्ताक, प्रवीण, राहुल, मुकेश, जितेंद्र, मनबीर आदि लोग मौजूद रहे।