जैविक खेती से आय बढ़ा सकते हैं किसान : डॉ. अनंत कुमार
जागरण संवाददातामोदीनगर फसलों में रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशक दवाओं का अत्याधिक उपयो
जागरण संवाददाता,मोदीनगर: फसलों में रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशक दवाओं का अत्याधिक उपयोग लोगों की सेहत पर प्रतिकूल असर डाल रहा है। इससे सबसे ज्यादा नुकसान फसल और सब्जियों के उपभोग से लोगों को हो रहा है। ऐसे में किसानों को जैविक खेती करने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है। आगे और व्यापक स्तर पर कार्यशालाएं आयोजित करके किसानों को जैविक खेती करने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से व्यापक अभियान चलाया जाएगा। यह जानकारी मुरादनगर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. अनंत कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि जैविक खेती के प्रति लोगों का रूझान बढ़ा है। किसानों को उनकी उपज की बेहतर कीमत भी मिल रही है। खासतौर से दिल्ली-एनसीआर के संपन्न इलाके में जैसे-जैसे लोगों की आíथक स्थिति में सुधार हुआ है। वे अपनी सेहत को लेकर भी गंभीर हुए हैं। यही वजह है कि वे लोग जैविक सब्जियों, फलों को ज्यादा पसंद करते हैं। इसकी एवज में वे ज्यादा कीमत भी चुकाने को तैयार हैं। उन्होंने बताया कि लोगों की मांग को देखते हुए किसानों को जागरूक होने की जरूरत है। जैविक खेती करने वाले किसान सीधे उपभोक्ता तक अपना उत्पाद पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा मंडियों में भी इसकी काफी मांग भी है। इसलिए किसान वहां भी अपने फल, सब्जियों आदि को बेचकर अच्छी कीमत पा सकते हैं। डॉ. अनंत ने बताया कि फल, सब्जियों के अलावा गेहूं, चना, दाल आदि भी केंछुए व गोबर आदि की खाद का उपयोग कर किसान उगा सकते हैं। इसका भी बाजार में सामान्य फसलों की अपेक्षा अच्छा भाव मिलता है। उन्होंने बताया कि सरकार भी किसानों की आय दोगुनी करने के लिए अभियान चला रही है। जैविक खेती को भी सरकार बढ़ावा दे रही है। ऐसे में किसान जैविक खेती कर अपनी आय दोगुनी कर सकता है।