नकली ल्युब्रीकेंट आयल बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़, चार करोड़ का माल बरामद, दो गिरफ्तार
जागरण संवाददाता गाजियाबाद यदि आप अपने दोपहिया या चार पहिया वाहन से लेकर माल वाहक म
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : यदि आप अपने दोपहिया या चार पहिया वाहन से लेकर माल वाहक में ल्युब्रीकेंट डलवाने जा रहे हैं तो सावधान हो जाएं, कहीं ऐसा न हो कि नकली ल्युब्रीकेंट आपके वाहन को खराब कर दे। जिले की क्राइम ब्रांच ने नामी कंपनियों के ल्युब्रीकेंट आयल बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। यह फैक्ट्री इंडियन आयल समेत अन्य नामी ब्रांड के नकली ल्युब्रीकेंट तैयार कर रही थी। इस अवैध फैक्ट्री से पूरे उत्तर भारत में माल सप्लाई हो रहा था। पुलिस ने फैक्ट्री संचालक समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर करीब चार करोड़ रुपये का माल बरामद किया है। यह छापामारी मसूरी, हापुड़ के पिलखुआ व कविनगर के लालकुआं क्षेत्र में की गई है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस अधिकारियों को मुखबिर से सूचना मिली थी कि जिले में बड़े स्तर पर नकली ल्युब्रीकेंट आयल बनाने की फैक्ट्री चल रही है। यहां से विभिन्न नामचीन कंपनियों के नकली ल्युब्रीकेंट आयल बनाकर सप्लाई किए जा रहे हैं। इस पर एसएसपी पवन कुमार ने क्राइम ब्रांच की टीमों का गठन कर छापामारी के निर्देश दिए थे। टीमों ने मंगलवार देर शाम छापामारी कर फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। देर रात तक पुलिस की कार्रवाई जारी थी।
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मसूरी में आफिस, पिलखुआ में गोदाम तो कविनगर में संचालित हो रही थी फैक्ट्री फैक्ट्री मालिक शातिराना तरीके से पूरे धंधे को अंजाम दे रहा था। आरोपित ने फैक्ट्री कविनगर थाना क्षेत्र के लालकुआं स्थित एक मकान में लगाई हुई थी। इसका गोदाम हापुड़ के पिलखुआ में बनाया हुआ था और कार्यालय मसूरी थाना क्षेत्र में चल रहा था। मसूरी के कार्यालय में विभिन्न नामचीन कंपनियों के नकली ल्युब्रीकेंट आयल के उत्पादों का बाकायदा बेहतर डिस्प्ले किया हुआ था। देखकर कोई भी अंदाजा नहीं लगा सकता कि यह नकली माल है।
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पाऊच से लेकर भरे जा रहे थे 50 लीटर के ड्रम फैक्ट्री में मोबिल आयल के छोटे पाऊच से लेकर 50 लीटर के बड़े ड्रम भी भरकर तैयार किए जा रहे थे। इसमें इंजन आयल, ब्रेक आयल, गियर आयल समेत अन्य आयल शामिल हैं। पुलिस ने पिलखुआ स्थित गोदाम से जो माल बरामद किया है, उसपर कंपनी की सील, कंपनी का कार्टून, कंपनी की टेप समेत पूरी पैकिग असली की तरह की गई थी। पूछताछ में पता चला कि आरोपित पाऊच खुद छपवा रहे थे और इसकी पैकिग के लिए गत्ते भी खुद ही तैयार करा रहे थे। पुलिस ने मौके से कई ट्रक माल बरामद किया है।
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पूर्व में भी जेल जा चुका है फैक्ट्री मालिक पुलिस जांच में आया है कि पकड़ा गया फैक्ट्री मालिक पूर्व में भी नकली ल्युब्रीकेंट आयल बनाने के मामले में जेल जा चुका है। जेल से छूटने के बाद आरोपित ने दोबारा से ये खेल शुरू कर दिया था। इस धंधे में अन्य लोग भी जुड़े हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।
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तीन तरह से बनाया जाता है नकली ल्युब्रीकेंट - कम गुणवत्ता वाले ल्युब्रीकेंट की पैकिग बदलकर नामचीन कंपनियों का नाम दिया जाता है।
- इस्तेमाल हुए काले तेल का रंग बदलकर नए ल्युब्रीकेंट का रंग देकर पैकिग की जाती है।
- कई प्रकार के तेलों का आपसी मिश्रण कर नकली ल्युब्रीकेंट आयल बनाया जाता है।
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आम आदमी के लिए मुश्किल है असली नकली की पहचान
जानकारों के मुताबिक आम आदमी के लिए असली या नकली ल्युब्रीकेंट की पहचान करनी काफी मुश्किल है। असली व नकली ल्युब्रिकेंट का रंग एक जैसा होता है और ल्युब्रीकेशन भी होता है। ऐसे में इसके असली-नकली की पहचान करना मुश्किल है। असली-नकली की जांच के लिए प्रयोगशाला में आठ प्रकार के टेस्ट होते हैं, इसके बाद ही सही-गलत की पहचान हो पाती है।