आइडी व पासवर्ड चोरी कर लाइसेंस की बैकलाग डाटा एंट्री दर्ज
संभागीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) में समय रहते एक बड़ा मामला पकड़ में आया है। यहां संभागीय निरीक्षक (आरआई) की आईडी व पासवर्ड का सहारा लेकर स्मार्टचिप कंपनी के कर्मचारी ने बिना किसी जांच व कागजात के फर्जी तौर पर 1
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : संभागीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) में समय रहते एक बड़ा मामला पकड़ में आया है। यहां संभागीय निरीक्षक (आरआइ) की लॉग-इन आइडी व पासवर्ड का सहारा लेकर स्मार्टचिप कंपनी के कर्मचारी ने बिना किसी जांच व कागजात के फर्जी तौर पर 180 ड्राइविग लाइसेंस की बैकलाग डाटा एंट्री पोर्टल पर दर्ज कर दी। इसके जरिए किसी को भी स्मार्ट लाइसेंस जारी किया जा सकता था। मामला खुलने पर कार्यालय लॉग-इन आइडी से ऐसे सभी लाइसेंस का डाटा ब्लॉक कर दिया है। वहीं, आरोपित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग की ओर से प्रदेश में कार्य करने के लिए ड्राइविग लाइसेंस के बायोमीट्रिक सर्विसेज व डाटा डाक्यूमेंट की स्कू्रटनी के लिए स्मार्टचिप कंपनी को अधिकृत किया था। कंपनी के सुपरवाइजर समेत आठ कर्मचारी स्थानीय संभागीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) में कार्य कर रहे हैं। इनमें कंपनी के नितिन कुमार नाम के कर्मचारी ने आरआइ अवनीश कुमार कन्नौजिया की आईडी व पासवर्ड का इस्तेमाल करते हुए फर्जी तरीके से सारथी पोर्टल पर करीब 180 लाइसेंस के बैकलाग की डाटा एंट्री दर्ज कर दी। विभाग अधिकारियों की मानें तो यह मामला पिछले तीन माह से चल रहा था। मामला संज्ञान में आने के बाद विभागीय अधिकारियों ने कार्यालय लॉग-इन आइडी व पासवर्ड से उक्त सभी ऐसे लाइसेंस का डाटा पूरी तरह ब्लाक कर दिया। इन लाइसेंस का काफी तलाशने के बावजूद मैन्युअल कोई रिकार्ड कार्यालय में नहीं मिल सका। बताते हैं कि इस मामले के संज्ञान में आने के बाद से ही वह कार्यालय से गैरहाजिर हैं। वहीं, आरोपित कर्मी नितिन कुमार का मोबाइल ऑफ मिला। इस मामले में आरआइ अवनीश कुमार कन्नौजिया की ओर से आरोपित के खिलाफ कविनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
तीन माह में एक हजार से अधिक मैन्युअल लाइसेंस के बैकलाग डाटा एंट्री की गई है, जिसमें 856 लाइसेंस की डाटा एंट्री सही मिली है। इसके अलावा करीब 180 लाइसेंस का कोई रिकार्ड कार्यालय में दर्ज नहीं मिला है। ऐसे सभी लाइसेंस का डाटा ब्लाक किया गया है, जो कहीं भी किसी आईडी से ओपन नहीं होगा। आरोपित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
- वीपी सिंह, एआरटीओ प्रशासन