चलेंगे गांव-गांव, तभी लगेगा जीत का दांव
सौरभ पांडेय साहिबाबाद विधानसभा चुनाव का शंखनाद होने के बाद हर पार्टी के योद्धाओं की सेना
सौरभ पांडेय, साहिबाबाद: विधानसभा चुनाव का शंखनाद होने के बाद हर पार्टी के योद्धाओं की सेना तैयार हो गई है। पहले चरण के नामांकन का आज आखिरी दिन है। पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता प्रचार में जुट गए हैं। रैली व सभा पर रोक के कारण नेता प्रचार के नए प्रपंच रच रहे हैं। गाजियाबाद और नोएडा की बहुमंजिला इमारतों में प्रचार से पहले पार्टी की टोलियां गांव-गांव जाएंगी। अभी तक के रिकार्ड भी कहते हैं कि ग्रामीण क्षेत्र के लोग ज्यादा मतदान करते हैं।
गाजियाबाद के इंदिरापुरम, क्रासिग रिपब्लिक, राजनगर एक्सटेंशन, वैशाली, वसुंधरा में बड़ी आबादी बहुमंजिला इमारतों में रहती हैं। इसके अलावा नोएडा सीट पर भी वोटरों का बड़ा तबका हाईराइज सोसायटीज से आता है। 2017 विधानसभा चुनाव में इंदिरापुरम की एटीएस सोसायटी, जयपुरिया सनराइज ग्रीन, शिप्रा सृष्टि, शिप्रा कृष्णा विस्टा, पार्श्वनाथ मैजेस्टिक फ्लोर्स, महागुन मैंसन आदि बहुमंजिला इमारतों में रहने वाले लोगों का वोटिग प्रतिशत 20-35 के बीच था। माना जा रहा है कि कोरोना महामारी के चलते इस आंकड़े में और गिरावट आ सकती है। गांव में टोलियां पहुंच रही हर घर पर
सोसायटियों में प्रचार से पहले प्रत्याशियों को एओए और आरडब्ल्यूए से अनुमति भी लेनी पड़ती है। इसे देखते हुए पार्टियों ने गांवों में प्रचार की योजना बनाई है। शहरी गांवों में जलभराव, गंदगी और पेजयल न मिलने जैसी समस्याएं हैं। ऐसे में इन वोटरों को लुभाना आसान भी है। भाजपा महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा ने बताया कि लाभार्थी संपर्क अभियान के तहत 11 जनवरी से ही घर-घर जाकर लोगों को तिलक लगा रहे हैं। बसपा जिलाध्यक्ष विरेंद्र जाटव ने बताया कि गांव के हर बूथ स्तर पर प्रमुखों की तैनाती की गई है। जो अपनी टीम के साथ घर-घर जाकर बसपा की नीतियों का प्रचार कर रहे हैं। सपा महानगर अध्यक्ष राहुल चौधरी ने बताया घर-घर जाने के साथ हर गांव का एक वाट्सएप ग्रुप भी बनाया है।
गांव की सड़कें तो बनी हैं, लेकिन स्कूल की शिक्षा में सुधार और कूड़ा निस्तारण जैसे मुद्दे बाकी हैं। सभी पार्टियों के कार्यकर्ता आकर तरह-तरह के प्रलोभन दे रहे हैं।
- अनिल कुमार, साहिबाबाद गांव
कोई मुफ्त बिजली देने की बात कर रहा है तो कोई भयमुक्त प्रदेश बनाने का दावा कर रहा है। वादे तो लुभावने हैं लेकिन धरातल पर लाएं तो लोगों का लाभ हो।
- बबीन चौधरी, झंडापुर गांव
कहां कितने हैं गांव
विधानसभा सीट शहरी गांव
साहिबाबाद: झंडापुर, साहिबाबाद, भोवापुर, मकनपुर, खोड़ा, महाराजपुर, कड़कड़ माडल, सिहानी, भोपुरा आदि
गाजियाबाद: अकबरपुर, बहरामपुर, डूंडाहेड़ा, कैला भट्टा, कृष्णानगर बागू
मुरादनगर: रजापुर, बम्हैटा, महरौली, गुलधर, खुर्रमपुर, सदरपुर, रईसपुर
नोएडा: छिजारसी, गढ़ी चौखंडी, ममूरा, बिशनपुरा, चौड़ा, हरौला, छलेरा, सदरपुर, मोरना