संशोधित: पोलैंड से ई-मेल स्पूफिग कर कारोबारी से आठ लाख ठगे
यूरोप के पोलैंड से साइबर ठगों ने इंदिरापुरम के एक कारोबारी से ई-मेल स्पूफिग के जरिए आठ लाख रुपये ठग लिए। कारोबारी ने पोलैंड में जिस साझेदार को भुगतान किया था। उनके पास पैसा नहीं पहुंचा तो ठगी का पता चला। पीड़ित ने इंदिरापुरम थाने में मामले की शिकायत की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद :
यूरोप के पोलैंड से साइबर ठगों ने इंदिरापुरम के एक कारोबारी से ई-मेल स्पूफिग के जरिये आठ लाख रुपये ठग लिए। कारोबारी ने पोलैंड में जिस साझेदार को भुगतान किया था। उनके पास रुपया नहीं पहुंचा तो ठगी का पता चला। पीड़ित ने इंदिरापुरम थाने में मामले की शिकायत की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इंदिरापुरम के शक्ति खंड चार में वरुण त्यागी परिवार के साथ रहते हैं। उन्होंने बताया कि वह इंडसफैब ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड नाम से भारत समेत विभिन्न देशों लगने वाले एग्जीबिशन (प्रदर्शनी) का सेटअप बनाने का काम करते हैं। काम के सिलसिले में उन्हें विभिन्न देशों में अपने साझेदारों को रुपये भेजने और मंगवाने पड़ते हैं। पौलेंड के एक साथी को उन्हें आठ लाख रुपये भेजने थे। उनके साथी ने ई-मेल के जरिये पोलैंड की एक बैंक का अकाउंट नंबर भेजा। उन्होंने बीते साल 11 दिसंबर को आठ लाख रुपये भेज दिए। इसके एक माह बाद भी रुपये उनके साथी के खाते में नहीं पहुंचे। उन्होंने बैंक में शिकायत की। बैंककर्मियों ने जांच कर बताया कि पौलेंड के एक खाते में रुपये गए हैं। ऐसे किया ई-मेल स्पूफिग :
गाजियाबाद साइबर सेल प्रभारी जहीर खान का कहना है कि ठगों ने पीड़ित के साझेदार की ई-मेल आइडी से मिलती दूसरी ई-मेल आइडी बनाई। इसके बाद साइबर ठगों ने फर्जी ई-मेल आइडी से खुद बात की और अकाउंट नंबर देकर खाते में रुपये डलवा लिए। पीड़ित की साझेदार से लेन-देन की बात चल रही थी, ऐसे में उसे शक नहीं हुआ। जिस खाते में रुपये गए हैं वह पौलैंड का है। ऐसे में विदेश के बैंक में आरोपित के खाते को फ्रीज कराना और रुपये वापस लाना आसान नहीं है। विदेश मंत्रालय इसमें मदद करेगा तभी रुपये वापस हो सकते हैं।