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रेड जोन में आया जिला, आबोहवा बेहद खराब

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By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Nov 2018 09:44 PM (IST)Updated: Mon, 19 Nov 2018 09:44 PM (IST)
रेड जोन में आया जिला, आबोहवा बेहद खराब
रेड जोन में आया जिला, आबोहवा बेहद खराब

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : जिले की आबोहवा फिर रेड जोन में पहुंच गई है। गाजियाबाद का वायु प्रदूषण लगातार बीते तीन दिनों से बेहद खतरनाक स्थिति में बना हुआ है। सोमवार को जिला का एयर क्वालिटी इंडेक्स 371 दर्ज किया गया, वहीं हवा की गति सामान्य रहने के बावजूद वायुमंडल में स्मॉग की मात्रा बनी हुई है। इससे दृश्यता पर भी असर पड़ रहा है। आने वाले दो से तीन दिनों तक मौसम में उतार-चढ़ाव रहने का असर वायु प्रदूषण पर भी देखा जाएगा।

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केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के रात आठ बजे के आंकड़े के अनुसार, गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स 371 दर्ज किया गया, वहीं पीएम-10 273 और पीएम-2.5 358 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा। रविवार की अपेक्षा सोमवार को प्रदूषण में बढ़ोतरी हुई है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अशोक तिवारी ने बताया कि मौसम में आ रहे उतार-चढ़ाव का सीधा असर वायु प्रदूषण पर दिख रहा है। सर्दी बढ़ने से प्रदूषण और अधिक प्रभावित करेगा। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और जिला प्रशासन की ओर से सोमवार को जिले की आठ इकाइयों का निरीक्षण किया गया। जहां खतरनाक गैस निकलती नहीं मिली, वहीं प्रशासन की ओर से जीडीए व नगरपालिका पर 40 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी ने स्वचालित मशीनों से झाड़ू लगाने के अलग-अलग इलाकों में पानी का छिड़काव जारी रखने के निर्देश दिए हैं।

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ये करें उपाय

- खुले में कूड़ा और गंदगी न जलाएं।

- वाहनों का जहरीला धुआं निकलने से रोकें।

- धूल व कूड़ा जहां पड़ा हो वहां पानी का छिड़काव अवश्य करें।

- प्रमुख मार्गों पर लगी हरियाली व ग्रीन बेल्ट में पानी का छिड़काव हो।

- सड़क किनारे लगने वाली ठेली, रेहड़ी और खानपान की दुकानों से कम से कम धुआं उड़े।

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इनका भी रखें ध्यान

- निर्माण स्थलों तक जाने के लिए पक्की सड़क होनी चाहिए।

- धूल उड़ने से बचाव के बिना मिट्टी की खुदाई नहीं होगी।

- कोई भी निर्माण सामग्री बिना ढके नहीं रखी जाएगी।

- पानी छिड़काव की व्यवस्था हो।

- खुले में भवन सामग्री की घिसाई और कटाई नहीं होगी।

- निर्माणाधीन स्थलों को हरी जाली से ढक कर रखा जाएगा।


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