आरओबी के अधूरे निर्माण के साथ डीएमई पर टोल टैक्स वसूलने की तैयारी
जागरण संवाददाता गाजियाबाद अप्रैल 2021 से वाहनों की आवाजाही के लिए खोले गए दिल्ली मेरठ एक्स
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: अप्रैल 2021 से वाहनों की आवाजाही के लिए खोले गए दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे (डीएमई) पर टोल टैक्स की वसूली जल्द शुरू होने वाली है। हालांकि चिपियाना बुजुर्ग स्टेशन पर निर्माणाधीन चिपियाना रेल ओवर ब्रिज (आरओबी) का काम अभी पूरा नहीं हुआ है। डीएमई के छह लेन और एनएच-9 के आठ लेन से आने वाले वाहन यहां पर सिर्फ आठ लेन से गुजर रहे हैं। इस कारण यहां पर जाम की स्थिति बनी रहती है। सर्दी के मौसम में कोहरा बढ़ने पर यहां हादसे का भी खतरा बढ़ गया है।
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देश का सबसे लंबा ट्रस ब्रिज चिपियाना बुजुर्ग पर 16 लेन का आरओबी प्रस्तावित है। चार लेन पुरानी हैं और मेरठ से दिल्ली लेन पर छह लेन का नया आरओबी बन चुका है। दिल्ली से मेरठ की ओर दो लेन लगभग तैयार हैं। मगर 12 में से आठ लेन से ही वाहन गुजर रहे हैं, क्योंकि बाकी चार लेन का इस्तेमाल देश के सबसे लंबे एक ही स्पैन वाले ट्रस ब्रिज को तैयार करने के लिए किया जा रहा है। इसकी लंबाई 115 मीटर और वजन 2270 टन होगा। इसके नीचे कोई पिलर नहीं होगा। ट्रस ब्रिज को तैयार करने में भी काफी मुश्किलें आ रही हैं।
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लांच करने की तिथि तय नहीं ट्रस ब्रिज को लांच करने के लिए अस्थायी स्टेजिग का काम हाल में शुरू हुआ है, लेकिन तारीख तय नहीं है। इसे लांच करने के लिए लंबा रेल ब्लाक लिया जाएगा। एनएचएआइ (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) और रेलवे अधिकारी भी ब्लाक की तिथि के बारे में स्पष्ट नहीं कर रहे हैं। बावजूद इसके एनएचएआइ और टोल टैक्स वसूलने वाली कंपनी की टीम टोल टैक्स की वसूली का ट्रायल कर रही है। इसी सप्ताह टोल वसूली के लिए सड़क परिवहन मंत्रालय से मंजूरी मिल गई थी। हालांकि आधिकारिक रूप से एनएचएआइ ने टोल वसूली की शुरुआत के लिए भी तिथि की घोषणा नहीं की है।
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साधी चुप्पी चिपियाना आरओबी के अधूरे निर्माण के साथ डीएमई पर लगे कैमरों से चालान की प्रक्रिया भी शुरू नहीं हो पाई है। इस संबंध में एनएचएआइ के परियोजना निदेशक अरविद कुमार से संपर्क किया तो उन्होंने बैठक में होने की बात कही। दोबारा प्रयास करने पर उन्होंने फोन नहीं उठाया। अरविद कुमार को चिपियाना आरओबी की प्रगति के संबंध में मैसेज भी किया। पांच घंटे तक इंतजार के बावजूद परियोजना निदेशक ने कोई जवाब नहीं दिया।