पेट में मारी लात, गर्भ में बच्चे की मौत
पानी को लेकर विवाद में महिलाओं ने पीटा - महिला दो घंटे तक फर्श पर पड़ी दर्द से तड़पती
पानी को लेकर विवाद में महिलाओं ने पीटा
- महिला दो घंटे तक फर्श पर पड़ी दर्द से तड़पती रही जासं, गाजियाबाद : विजय नगर थाना क्षेत्र के काशीराम आवास में पानी भरने के विवाद में महिलाओं ने ही एक दलित महिला के पेट में लात मारकर उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की जान ले ली। पीड़िता के साथ जमकर मारपीट की गई। पीड़िता दो घंटे तक फर्श पर दर्द से तड़पती रही। दो घंटे बाद घर पहुंचे पति ने पीड़िता को अस्पताल में भर्ती कराया। महिला की हालत नाजुक बनी हुई है। पति ने आरोपित महिलाओं के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस ने चार महिलाओं के खिलाफ गैर इरादतन हत्या, एसएस-एसटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
मूल रूप से बागपत जिले के पोइस नंगला गांव निवासी दीपचंद सिंह पांच साल से गाजियाबाद में रह रहे हैं। वर्तमान वह पत्नी सरीता (32) व सात साल की बेटी के साथ काशीराम आवास योजना की इमारत में तृतीय तल पर फ्लैट में रहते हैं। वह ई-रिक्शा चलाकर परिवार का पालन पोषण करते हैं। उन्होंने बताया कि पत्नी छह माह की गर्भवती है। इमारत में कुछ दिनों से पानी की दिक्कत चल रही है। पानी ठीक से नहीं आ रहा है। पत्नी गर्भवती होने के कारण दूसरी जगह से पानी लेने नहीं जा सकती थी। शनिवार को तृतीय तल पर रहने वाले एक पड़ोसी से उनकी पत्नी ने पानी ले लिया। जिससे चौथे तल रह रहे एक परिवार ने पानी की मदद करने का विरोध किया। इसी बात को लेकर विवाद हो गया है। उन्होंने पहले उनकी पत्नी पर जाति सूचक टिप्पणी की। विरोध करने पर उनकी पत्नी के साथ मारपीट करनी शुरू कर दी। इस दौरान प्रीति नाम की महिला ने उनकी पत्नी के पेट में लात मार दी। लात लगते ही वह फर्श पर गिर गई। मगर किसी ने उसकी मदद नहीं की। घटना के दो घंटे बाद वह घर पहुंचे तो वह दर्द से तड़प रही थी। वह तुरंत पत्नी को एमएमजी अस्पताल लेकर पहुंचा। यहां डॉक्टरों ने उसे भर्ती कर पुलिस को सूचना देने को कहा। वह आनन-फानन में विजय नगर पुलिस के पास पहुंचे और घटना के बारे में बताया। पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर मामले की छानबीन की।
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महिला की हालत नाजुक
अस्पताल में पीड़िता जिदगी और मौत की जंग लड़ रही है। डॉक्टर उसकी हालत बहुत नाजुक बता रहे हैं। रक्तस्त्राव बहुत ज्यादा हो रहा है। ---
बच सकती थी बच्चे की जान
पति ने बताया कि करीब छह बजे महिला के पेट में लात मारी गई। इसके बाद वह दो घंटे तक दर्द से तड़पती रही। मगर इस दौरान किसी पड़ोसी ने महिला की मदद नहीं की। वहीं, पेट लात मारने वाली महिलाएं उसे गाली-गलौज करती रही। यदि समय पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया होता तो बच्चे की जान बच सकती थी।
---- पुलिस ने पीड़ित पक्ष की तहरीर पर प्रीति, भावना, अंजलि और एक अज्ञात के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट व गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है। मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। रिपोर्ट मिलने पर आरोपित महिलाओं को गिरफ्तार किया जाएगा।
राजीव कुमार, एसएचओ, विजय नगर