डेबिट कार्ड चालू करते ही 24 घंटे में एक लाख उड़ा लिए
बैंक से नए डेबिट कार्ड को एटीएम में जाकर चालू कराने के 24 घंटे के भीतर खाते से एक लाख रुपये निकल गए। आरोप है कि सभी मैसेज एक साथ पैसे निकलने के बाद आए। बैंक में शिकायत के लिए पहुंचे तो डिस्प्यूट फार्म भी देने से इन्कार कर दिया गया। बीते तीन दिन में यह चौथा मामला है जब इसी तरीके से कई बार की ट्रांजैक्शन में खाते से रुपये निकाल लिए गए। पीड़ित की तहरीर पर सिहानी गेट थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : बैंक से नए डेबिट कार्ड को एटीएम में जाकर चालू कराने के 24 घंटे के भीतर खाते से एक लाख रुपये निकल गए। आरोप है कि सभी मैसेज एक साथ पैसे निकलने के बाद आए। बैंक में शिकायत के लिए पहुंचे तो डिस्प्यूट फार्म भी देने से इन्कार कर दिया गया। बीते तीन दिन में यह चौथा मामला है, जब इसी तरीके से कई बार की ट्रांजेक्शन में खाते से रुपये निकाल लिए गए। पीड़ित की तहरीर पर सिहानी गेट थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सिहानी के विश्वासनगर में रहने वाले राम औतार शर्मा निजी कंपनी में इलैक्ट्रीशियन हैं। उनका आर्यनगर स्थित पीएनबी की शाखा में बचत में खाता है। बीते दिन उनका डेबिट कार्ड एक्सपायर हो गया था। 24 मई को उन्हें बैंक से नया डेबिट कार्ड मिला, जिसे उन्होंने नंदग्राम स्थित पीएनबी के ही एटीएम में जाकर एक्टिवेट किया। पिन सेट कर उन्होंने 500 रुपये निकाले थे। 25 मई की शाम छह बजे उनके पास 10-11 मैसेज एक साथ आए, जिनमें एक लाख रुपये खाते से निकाले जाने की सूचना दी गई थी। मैसेज देखकर उन्होंने जेब चेक की तो नया एटीएम कार्ड उनके पास ही था।
10023.60 रुपये की होती हैं ट्रांजैक्शन
कार्ड क्लोनिग के बाद खाते से एटीएम कार्ड की मदद से रुपये की निकासी अभी तक एक या दो बार ही की जाती थी। मैसेज देखते ही पीड़ित अपना कार्ड ब्लॉक करा देते थे। मगर बीते चार दिन में ठगी की चार ऐसी वारदात हो चुकी हैं, जिनमें 2-3 दिन के बीच 20-30 ट्रांजैक्शन खाते से हो रही हैं। इनके मैसेज खाता खाली होने के बाद आते हैं या आते ही नहीं हैं। एटीएम कार्ड का प्रयोग कर 10023.60, 5023.60 व 919 जैसी रकम खाते से डेबिट हो रही हैं। सबसे ज्यादा 10023.60 रुपये की ही ट्रांजैक्शन की जा रही हैं।
असुरक्षित स्थानों पर कार्ड का प्रयोग करने से सारी जानकारी ठगों के पास चली जाती है। ये लोग ट्रांजैक्शन से पहले खाते से जुड़ा मोबाइल नंबर बदल देते हैं। इस कारण मैसेज नहीं आते। यदि बाद में एक साथ सभी मैसेज आ रहे हैं तो इस बारे में बैंक अधिकारी ही अधिक जानकारी दे सकते हैं। सभी मामलों में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। थाना पुलिस के साथ साइबर सेल की टीमें भी लगी हैं।
- श्लोक कुमार, एसपी सिटी।
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