ठग बोला, तेरी गाड़ी के नाम पर अभी किसी से एडवांस डलवाता हूं
पीड़ित ने फेसबुक पोस्ट लिख जानकारों को बचने की सलाह दी। साथ ही कविनगर थाने में मोबाइल नंबर के आधार पर शिकायत दी।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : ओएलएक्स पर ट्रांसपोर्ट कारोबारी की कार देख खरीदने की पेशकश के बहाने ठगी का प्रयास करने वाला कामयाब नहीं हुआ तो कारोबारी की फोटो ठग ने अपने वाट्सएप की डीपी पर लगा ली। साथ ही उनकी व गाड़ी की फोटो के नाम पर अन्य से ठगी की धमकी दी। पीड़ित ने फेसबुक पोस्ट लिख जानकारों को बचने की सलाह दी। साथ ही कविनगर थाने में मोबाइल नंबर के आधार पर शिकायत दी।
विवेकानंदनगर निवासी राजेश सिंह ने बताया कि उन्होंने अपनी कार ओएलएक्स पर पौने तीन लाख रुपये में बिक्री के लिए डाली थी। शनिवार को उन्हें अज्ञात नंबर से काल आई। उसने 2.60 लाख रुपये में कार खरीदने और तुरंत एडवांस भेजने की बात कही। बोला, ओएलएक्स से कार की पोस्ट हटा लो। राजेश सिंह किसी जरूरी काम में थे तो उन्होंने बाद में बात करने को कहा। कालर ने नंबर के आधार पर यूपीआइ के जरिये एडवांस भेजने के लिए कहा। राजेश ने अपना क्यूआर कोड भेजा। इसके बाद उसने वाट्सएप कॉल कर कहा कि पेमेंट के साथ क्यूआर कोड भेज दिया है। इसे स्कैन कर अप्रूव कर दो। इस पर लिखा था कि स्कैन एंड अप्रूप पेमेंट आफ 5,000 यानी पांच हजार रुपये के भुगतान को अप्रूव करिए। राजेश ने संदेह होने पर इससे इन्कार किया, जिसके बाद ठग बौखला गया।
उसने राजेश के वाट्सएस पर लगी प्रोफाइल पिक अपने वाट्सएप पर लगा ली। साथ ही दो वॉयस मैसेज भेजकर धमकी दी कि, मैं तो फ्रॉड हूं, तेरी गाड़ी एड पर छोड़ता हूं और अभी किसी से एडवांस डलवाता हूं, तेरा तो वो हाल करूंगा..किस्मत को रोएगा। राजेश का कहना है कि इसे सुनकर वह परेशान हो गए। तुरंत फेसबुक पर जानकारी दी। साथ ही ओएलएक्स से अपनी गाड़ी की पोस्ट भी हटा ली। इस तरह का पहला मामला आया है। एसएचओ कविनगर को निर्देश दिया है कि रिपोर्ट दर्ज करें। साइबर सेल की मदद से मोबाइल नंबर ट्रेस कर धमकी देने वाले का पता लगा गिरफ्तारी की जाएगी।
- अभिषेक वर्मा, एसपी सिटी। ओएलएक्स पर खरीदारी में ये बातें ध्यान रखें
- खरीदारी करने पर किसी भी हाल में एडवांस भुगतान न करें।
- भुगतान प्राप्त करने के लिए क्यूआर कोड स्कैन नहीं किया जाता।
- क्यूआर कोड स्कैन करने का मतलब है कि भुगतान आप कर रहे हैं।