Move to Jagran APP

शिल्प ग्राम मेला बिखेर रहा भारतीय संस्कृति की छटा

रामलीला मैदान में आयोजित शिल्प ग्राम मेला में यूपी के अलावा आंध्र प्रदेश, गुजरात, कश्मीर, राजस्थान, हरियाणा, बंगाल, कर्नाटक, बिहार आदि राज्यों से दुकानदार वहां के पारंपरिक परिधान, ज्वैलरी, डेकोरेशन एवं घरेलू सामान लेकर आए हैं। इस मेले में भारतीय संस्कृति के अनेकता में एकता का रूप देखते ही बनता है। यहां करवा चौथ सामूहिक पूजा के साथ बच्चों के लिए प्रतियोगिताएं भी रखी गई हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Oct 2018 06:43 PM (IST)Updated: Thu, 25 Oct 2018 06:43 PM (IST)
शिल्प ग्राम मेला बिखेर रहा भारतीय संस्कृति की छटा
शिल्प ग्राम मेला बिखेर रहा भारतीय संस्कृति की छटा

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : रामलीला मैदान में आयोजित शिल्प ग्राम मेला में यूपी के अलावा आंध्र प्रदेश, गुजरात, कश्मीर, राजस्थान, हरियाणा, बंगाल, कर्नाटक, बिहार आदि राज्यों से दुकानदार वहां के पारंपरिक परिधान, ज्वैलरी, डेकोरेशन एवं घरेलू सामान लेकर आए हैं। इस मेले में भारतीय संस्कृति के अनेकता में एकता का रूप देखते ही बनता है। यहां करवाचौथ सामूहिक पूजा के साथ बच्चों के लिए प्रतियोगिताएं भी रखी गई हैं।

loksabha election banner

लायंस क्लब गाजियाबाद एकता की ओर से आयोजित 19वें शिल्प ग्राम मेले का आयोजन रामलीला ग्राउंड में किया गया है, जिसमें आंध्र प्रदेश के स्टाल पर मौजूद शेखर टेबल लेंप व हस्तनिर्मित बैग दिखाते हुए इनके बारे में बताते हैं। पास में ही गुजरात के स्टाल लगे थे, जिनमें से एक पर सुनीता वहां की ज्वैलरी को सजाने में लगी थी तो बराबर के स्टाल पर गुजरात सुरेंद्रनगर के सुनील हैंडीक्राफ्ट आइटम को दिखाते हुए इसकी सुंदरता और विशेषता बताते हैं। वहीं एक ओर दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान का स्टाल लगा था, जिस पर हस्तनिर्मित आकर्षक आइटम सजे थे। हैरत की बात कि यह सभी सामान दृष्टिबाधितों के बनाए हुए थे। इसके अलावा भदोही से आए मुख्तार अहमद ने स्टाल पर इरानी और कश्मीरी सिल्क कारपेट, मैट और दरी को लगाने में लगे थे। बताते हैं कि वह देशभर में आयोजित प्रमुख प्रदर्शनी में स्टाल लगाते हैं। राजस्थान की जयपुरी ज्वैलरी, हरियाणा के लहंगे, कर्नाटक के लकड़ी के आइटम, खुर्जा के बर्तन, बनारस व बैंगलोर की साड़ियां भी आकर्षण का केंद्र रही। बच्चों के लिए फूड स्टाल, गेम जोन, सेल्फी जोन, झूले, प्रतियोगिताएं मुख्य हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.