जीएसटी पंजीयन में दूसरे से आठवें पायदान पर खिसका जिला
जीएसटी में व्यापारियों के पंजीयन को लेकर गाजियाबाद जोन प्रदेश में दूसरे नंबर से पिछड़कर आठवें पायदान पर पहुंच गया है जबकि अयोध्या जोन अब दूसरे नंबर पर है। इस पिछड़ने की वजह कुछ इलाकों में व्यापारियों में पंजीयन को लेकर उदासीनता मानी जा रही है। वहीं अधिकारियों की माने तो कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के कारण ऐसा हुआ है लेकिन काम पर वापस लौटने के बावजूद भी हाल जस का तस है। बता दें कि गाजियाबाद के जोन-एक में
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : जीएसटी में व्यापारियों के पंजीयन को लेकर गाजियाबाद जोन प्रदेश में दूसरे नंबर से पिछड़कर आठवें पायदान पर पहुंच गया है, जबकि अयोध्या जोन अब दूसरे नंबर पर है। इस पिछड़ने की वजह कुछ इलाकों में व्यापारियों में पंजीयन को लेकर उदासीनता मानी जा रही है। वहीं, अधिकारियों की माने तो कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के कारण ऐसा हुआ है, लेकिन काम पर वापस लौटने के बावजूद भी हाल जस का तस है।
बता दें कि गाजियाबाद के जोन-एक में 16910 व्यापारी जीएसटी में पंजीकृत हैं। इसके अलावा 11354 व्यापारी अपंजीकृत हैं। इनमें 2296 व्यापारी ऐसे हैं जिनके व्यापार का सालाना टर्नओवर 40 लाख रुपये से अधिक है। इन्हें जीएसटी में पंजीकृत किया जाना है। जोन-2 में 6517 अपंजीकृत व्यापारी चिह्नित किए गए हैं, इनमें से 1810 को पंजीकरण के लिए विभाग ने चिह्नित किया है। कुल 4601 व्यापारियों को पंजीकृत करने के लिए विभाग अभियान चलाए हुए है। दिसंबर माह के शुरूआत में गाजियाबाद जोन जहां पंजीयन मामले में प्रदेश के दूसरे नंबर पर था। यह पिछड़कर अब आठवें नंबर पर है।
व्यापारियों के पंजीयन के लिए सभी खंड से अधिकारी क्षेत्र में सर्वे कर रहे हैं। पंजीयन होने पर सरकारी योजनाओं के लाभ के बारे में व्यापारियों को बता रहे हैं। पांच दिन विभाग के कर्मचारी हड़ताल पर रहे इसके चलते पंजीयन का कार्य नहीं हो सका। अधिकारियों से पंजीयन में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।
- अरविद कुमार, एडिशनल कमिश्नर जोन-1