मधुबन-बापूधाम में बनेगा आरडीसी जैसा कॉमर्शियल क्षेत्र
मधुबन-बापूधाम में आरडीसी जैसा कॉमर्शियल अब बनाए जाने की जरूरत है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : मधुबन-बापूधाम में 281 एकड़ भूमि के अधिग्रहण का रास्ता साफ होते ही विकास योजनाओं का खाका खींचने का काम शुरू हो गया है। यहां जीडीए आरडीसी की तर्ज पर कॉमर्शियल क्षेत्र विकसित करेगा। जहां पहले से बहुमंजिला फ्लैट बने हुए हैं, उसके आसपास इस क्षेत्र को विकसित किया जाएगा, ताकि यहां आकर बस चुके लोगों को सामान खरीदने के लिए बाहर न जाना पड़े। करीब 400 छोटी-बड़ी दुकानें बनाने की योजना है। मॉल के लिए भी जगह होगी।
कॉमर्शियल क्षेत्र में जाम की समस्या रहती है। आरडीसी में लोग रोजाना इस समस्या से जूझते हैं। इसे देखते हुए कॉमर्शियल क्षेत्र विकसित करने में ज्यादा वाहनों की पार्किंग बनाने की व्यवस्था की जाएगी। कोई वाहन सड़क पर खड़ा नहीं होगा। इसके अलावा वाहनों का सुगम आवागमन के लिए आरडीसी से ज्यादा चौड़ी सड़कें बनाई जाएंगी। स्कूल और हॉस्पिटल बनेंगे : रिहायशी क्षेत्र तभी बेहतर माना जाता है, जब स्कूल और हॉस्पिटल करीब हों। जीडीए प्रयास कर रहा है कि वहां अच्छे स्कूलों और अस्पतालों की शाखाएं खुलें। इसके लिए स्कूल और अस्पताल संचालकों से बात की जा रही है कि वह प्लॉट खरीदें।
आठ हजार फ्लैट बेचने के लिए कवायद : इस योजना में अभी 11680 एचआइजी, एमआइजी, एलआइजी और ईडब्ल्यूएस फ्लैट बने हुए हैं। इसमें आठ हजार फ्लैट बिक नहीं पाए। जमीन अधिग्रहण न होने के कारण यहां इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित नहीं हो पाया था। इसके चलते लोग यहां फ्लैट नहीं खरीद रहे थे। अब जमीन का अधिग्रहण होने जा रहा है तो इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे रोड, पेट्रोल पंप, पार्क, सीवरेज, ड्रेनेज विकसित किए जाएंगे। इसके लिए 1030 करोड़ रुपये की योजना बनाई गई है। जीडीए अधिकारियों को उम्मीद है कि सुविधाएं मुहैया होने के बाद यहां खाली पड़े फ्लैट बिक जाएंगे।
मधुबन-बापूधाम में अभी कॉमर्शियल क्षेत्र विकसित नहीं हो पाया है। जिस कारण वहां रह रहे लोगों को परेशानी होती है। इस वजह से ही लोग वहां फ्लैट खरीदने से कतराते हैं। इस स्थिति को देखते हुए तय किया है कि वहां आरडीसी की तरह कॉमर्शियल क्षेत्र विकसित किया जाएगा।
-कंचन वर्मा, वीसी, जीडीए