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बड़े बकायेदारों से संपत्ति कर की वसूली करना चुनौती

एक तरफ जहां छोटे बकाएदारों से संपत्ति कर वसूलने के लिए नगर निगम की कई टीमें अभियान चला रही हैं तो दूसरी तरफ बड़े बकाएदारों से संपत्ति कर की वसूली करना नगर निगम के लिए चुनौती बना हुआ है। इसके लिए कई प्रयास किए जा चुके हैं। इसके बाद भी संपत्ति कर बकाएदारों ने जमा नहीं करवाया है। अब नए सिरे से डिमांड नोटिस भेजकर बड़े बकाएदारों को भी संपत्ति कर जमा कराने के लिए कहा गया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Feb 2020 08:47 PM (IST)Updated: Sat, 08 Feb 2020 08:47 PM (IST)
बड़े बकायेदारों से संपत्ति कर की वसूली करना चुनौती
बड़े बकायेदारों से संपत्ति कर की वसूली करना चुनौती

संपत्ति कर की वसूली के लिए नगर निगम की ओर से चलाया जा रहा है अभियान जागरण संवाददाता, साहिबाबाद: एक तरफ जहां छोटे बकाएदारों से संपत्ति कर वसूलने के लिए नगर निगम की कई टीमें अभियान चला रही हैं तो दूसरी तरफ, बड़े बकाएदारों से संपत्ति कर की वसूली करना नगर निगम के लिए चुनौती बना हुआ है। इसके लिए कई प्रयास किए जा चुके हैं। इसके बाद भी संपत्ति कर बकाएदारों ने जमा नहीं करवाया है। अब नए सिरे से डिमांड नोटिस भेजकर बड़े बकाएदारों को भी संपत्ति कर जमा कराने के लिए कहा गया है।

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नगर निगम वसुंधरा जोन के कर अधीक्षक झम्मन सिंह ने बताया कि बड़े बकाएदारों में यूरो पार्क, वैशाली सेक्टर तीन स्थित खेमका, एंजल मॉल शामिल हैं। इन तीनों पर ही कुल मिलाकर करोड़ों रुपये का संपत्ति कर बकाया है। इसके अलावा नगर निगम मोहननगर जोन के कर अधीक्षक बनारसी दास ने बताया कि मोहननगर जोन में एमएमएक्स मॉल पर लाखों रुपये का संपत्ति कर बकाया है। कर वसूली के लिए मॉल प्रबंधन को डिमांड नोटिस भी भेजा जा चुका है। कर शुल्क कम कराने को कोर्ट का रुख: संपत्ति कर की बकाया रकम का शुल्क कम कराने के लिए ज्यादातर बड़े बकाएदारों ने निचली आदलत से लेकर हाईकोर्ट तक का दरवाजा खटखटाया है। मोहननगर जोन के कर अधीक्षक बनारसी दास ने बताया कि एमएमएक्स मॉल के प्रबंधन को कोर्ट से भी राहत नहीं मिली है। कर वसूलने के लिए नगर निगम की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके अलावा वसुंधरा जोन में भी बड़े बकाएदारों से संपत्ति कर वसूलने की तैयारी है। बंद हो गए हैं मॉल: बड़े बकाएदारों की सूची में शामिल एमएमएक्स मॉल, खेमका स्टूवर्ड को बंद कर दिया गया है। यह उम्मीद के मुताबिक चल नहीं सके। ऐसे में बड़े बकाएदारों से संपत्ति कर की वसूली कर पानी नगर निगम के लिए चुनौती बना हुआ है। संपत्ति कर वसूल कर टारगेट पूरा करने के लिए नगर निगम के पास 31 मार्च तक का समय बचा है। :

संपत्ति कर की वसूली करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। बड़े बकाएदारों से रकम वसूलने के लिए भी नगर निगम की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं।

- सुनील राय, जोनल प्रभारी, नगर निगम वसुंधरा जोन।


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