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जयकान इन्फ्रास्ट्रक्चर के डायरेक्टर समेत तीन पर केस दर्ज

पीड़ित ने तीनों के खिलाफ विजय नगर थाने में केस दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Jul 2020 09:39 PM (IST)Updated: Mon, 27 Jul 2020 09:39 PM (IST)
जयकान इन्फ्रास्ट्रक्चर के डायरेक्टर समेत तीन पर केस दर्ज
जयकान इन्फ्रास्ट्रक्चर के डायरेक्टर समेत तीन पर केस दर्ज

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : जयकान इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के डायरेक्टर समेत तीन लोग ने बिल्डिग मैटेरियल सप्लायर को फ्लैट बेचने के नाम पर 61 लाख 30 हजार रुपये की धोखाधड़ी कर ली। आरोपितों ने सप्लायर से 43 लाख 30 हजार का बिल्डिग मैटेरियल खरीदा था। पैसे देने के बजाय आरोपितों ने फ्लैट देने का वादा किया था और 18 लाख रुपये और कैश ले लिए। आरोपितों ने न तो फ्लैट दिया और न ही पैसे लौटाए। पीड़ित ने तीनों के खिलाफ विजय नगर थाने में केस दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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एच ब्लॉक सेक्टर 78 नोएडा निवासी महेश सिंह ने बताया कि वह बिल्डिग मैटेरियल सप्लाई का काम कार्य करते हैं। उन्होंने जयकान इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को साल 2012-13 में बिल्डिग मैटेरियल की आपूर्ति की थी। जिसकी कीमत 43 लाख 30 हजार रुपये थी। जयकान इन्फ्रास्ट्रक्चर के डायरेक्टर जितेंद्र मित्तल, प्रेसिडेंट उमेश मिश्रा, लीगल एडवाइजर एनडी अग्रवाल ने भुगतान करने के संबंध में बातचीत करने के लिए बुलाया था। तीनों ने पैसे देने की बजाय क्रॉससिग रिपब्लिक स्थित ड्रीमलैंड में फ्लैट देने के लिए कहा। उमेश ने बताया कि यह फ्लैट जितेंद्र मित्तल के नाम है। उन्होंने फ्लैट लेने की हामी भर दी। जितेंद्र मित्तल ने अक्टूबर 2014 को फ्लैट की रजिस्ट्री और पजेशन देने का वादा किया था, लेकिन तय समय पर जितेंद्र ने फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं कराई। इसके बाद साल 2015 को जितेंद्र ने बहानेबाजी करके 18 लाख रुपये और उधार ले लिए। वह लगातार जितेंद्र से फ्लैट की रजिस्ट्री व पजेशन की मांग करते रहे, लेकिन जितेंद्र व उसके साथी बहाना बनाकर आगे समय बढ़ाते रहे। तब उस फ्लैट की कीमत 50 लाख रुपये थी, लेकिन अब इस फ्लैट की कीमत एक करोड़ रुपये है। अब आरोपितों ने लालच में आकर फ्लैट को किसी दूसरे व्यक्ति को बेच दिया है। आरोपितों ने बिल्डर से मिलकर धोखाधड़ी को अंजाम दिया है। उसने अपने जीवन भर की कमाई फ्लैट के चक्कर में गंवा दी है। न तो उन्हें फ्लैट मिला है और न पैसे। अब जितेंद्र पैसे देने से इंकार कर रहा है। आरोपितों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी है। पैसे मांगने पर गाली-गलौज करते हैं। एसएचओ देवेंद्र बिष्ट ने बताया कि जयकान इन्फ्रास्ट्रक्चर के डायरेक्टर जितेंद्र मित्तल, प्रेसिडेंट उमेश मिश्रा, लीगल एडवाइजर एनडी अग्रवाल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। इस संबंध में एफआइआर में लिखे डायरेक्टर जितेंद्र मित्तल के नंबर पर फोन कर उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई। उन्होंने पहले तो खुद को जितेंद्र मित्तल बताया, लेकिन जब धोखाधड़ी के आरोप के बारे में पूछा गया तो उन्होंने नंबर गलत बताकर फोन काट दिया।


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