यहां मोमबत्ती नहीं, बनता था बारूद
जागरण संवाददाता मोदीनगर स्थानीय प्रशासन अपनी लापरवाही को दबाने के लिए अंत तक उच्चाधिकारि
जागरण संवाददाता, मोदीनगर :
स्थानीय प्रशासन अपनी लापरवाही को दबाने के लिए अंत तक उच्चाधिकारियों को मोमबत्ती की फैक्ट्री बताता रहा। जबकि, किसी ने यह नहीं सोचा कि मोम से न तो कभी ऐसी भयावह आग लगती और न ही कभी ऐसा विस्फोट हो सकता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जैसे ही इस घटना का पता चला और उन्हें स्थानीय प्रशासन से रिपोर्ट मिली, उन्होंने भी डीएम, एसएसपी को कठोर कार्रवाई के आदेश देने के साथ ही पीड़ित परिवार के प्रति दुख व्यक्त किया और प्रेसनोट भी जारी कर दिया। प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर जारी प्रेसनोट में मोमबत्ती की फैक्ट्री बताया गया। जबकि यहां मोमबत्ती नहीं बारूद से पटाखे और बम बनाए जाते हैं। ऐसे में साफ है कि अपनी नाकामी को छुपाने के लिए स्थानीय प्रशासन अंत तक गलत रिपोर्ट देता रहा। आरोपितों पर लगेगा रासुका
गाजियाबाद के डीएम अजयशंकर पांडेय ने बताया कि मामला बेहद गंभीर है। ऐसी घटना समाज पर कलंक है। आरोपितों पर रिपोर्ट दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। साथ ही रासुका के तहत भी आरोपितों पर कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने बताया कि किसी भी कीमत पर आरोपितों को बख्शा नहीं जाएगा।मामले की न्यायिक जांच भी कराई जाएगी। डीएम ने कहा कि पुलिस प्रशासन के साथ जिस स्तर पर भी चूक हुई है, जिम्मेदार को बख्शा नहीं जाएगा।